सिंचाई खंड अल्मोड़ा की कार्यप्रणाली से नगरपालिका के अध्यक्ष और सभासद खासे नाराज हैं। सभासदों से सिंचाई खंड पर कार्यों में लेटलतीफी का आरोप लगाया है और कहा कि निविदा होने के बाद भी ठेकेदारों द्वारा काम कहीं शुरू नहीं किया है और कहीं काम किया भी तो वह शुरू करने के बाद बंद कर दिया गया और बीच अधर में छोड़ दिया गया।
अनुबंध बनने के बाद भी कई जगह नालों के निर्माण का काम शुरू करने के बाद ठेकेदार द्वारा रोक दिया गया
दरअसल पालिका क्षेत्र में नालियों व नालों के निर्माण को सिंचाई खंड कार्यदाई संस्था है। नगर के विभिन्न वार्डों में 39 नालों का निर्माण किया जाना है जिस हेतु करोड़ो का प्रस्ताव है। विभिन्न कार्यों हेतु निविदा के बाद मई माह में अनुबंध बनने के बाद भी कई जगह नालों के निर्माण का काम शुरू करने के बाद ठेकेदार द्वारा रोक दिया गया है तो कहीं शुरू नहीं किया गया है।
सभासदों ने लगाया आरोप
सभासदों ने आरोप लगाया कि नाली निर्माण कार्यों हेतु स्थानीय क्षेत्र की समझ रखने वालों को कार्य नहीं देकर बरेली के ठेकेदार को कार्य दिया गया है जो कि पिछले पांच-छह माह से काम अटकाए हुए है जिससे जनता को दिक्कतें हो रही हैं। कई जगह नालियों का काम करने को मिट्टी मार्ग में डाल दी गई जिससे आने जाने वालों को दिक्कतें हो रही हैं तो कहीं नालियों के काम के दौरान की गई तोड़फोड़ को सुधारा नहीं गया। वहीं आम जनता की सुरक्षा का किसी भी प्रकार का ध्यान नहीं रखा गया।
सभासदों ने ठेकेदार को ब्लैकलिस्ट करने और स्थानीय को प्राथमिकता देने की मांग की
सभासदों ने कड़े शब्दों में सिंचाई खंड अधिशासी अभियंता से उक्त ठेकेदार को ब्लैकलिस्ट करने और स्थानीय को प्राथमिकता देने की मांग की है। उन्होंने कहा कि यदि जल्दी ही ये कार्य पूर्ण नहीं हुए तो वे आंदोलन करेंगे जिसकी जिम्मेदारी विभाग की होगी। पालिकाध्यक्ष प्रकाश चन्द्र जोशी ने बताया कि उनके द्वारा उत्तराखंड शासन में सचिव को पत्र लिखकर भी सूचित किया गया है जिसकी प्रतिलिपि मुख्यमंत्री, कमिश्नर,सचिव आपदा, जिलाधिकारी को भी की गयी है।
वार्ता करने वालों में मौजूद रहे
यहाँ वार्ता करने वालों में नगर पालिका अध्यक्ष प्रकाश चंद्र जोशी,सिंचाई विभाग अधिशासी अभियंता मोहन सिंह रावत,अधिशासी अधिकारी भरत त्रिपाठी,सभासद अमित साह मोनू,मनोज जोशी, हेम तिवारी,सौरव वर्मा,दीपक वर्मा,अर्जुन बिष्ट,चंदन रावत आदि उपस्थित रहे।