अब तक अधर में लटका है कनारीछीना प्राथमिक अस्पताल भवन निर्माण कार्य
तीन साल बाद भी कनारीछीना प्राथमिक अस्पताल भवन निर्माण कार्य अधर में लटका है। 2021में दो करोड़ सोलह लाख रुपए की मंजूरी मिलने से कनारीछीना प्राथमिक अस्पताल भवन निर्माण कार्य का शिलान्यास किया गया था। जिससे रीठागाड़ क्षेत्र में खुशी की लहर दौड़ आई। चंद दिनों तक इस अस्पताल भवन का निर्माण कार्य चला फिर बंद हो गया। अधूरे बने अस्पताल को दो साल होने जा रहे हैं। पर निर्माण कार्य का अता पता नहीं है ।
अभी तक नहीं हुई सकारात्मक कार्यवाही
रीठागाडी दगड़ियों संघर्ष समिति के सदस्यों ने कनारीछीना प्राथमिक अस्पताल भवन के निर्माण कार्य के बजट के लिए जिला कार्य योजना के तहत जिला अधिकारी, मुख्य चिकित्सा अधिकारी से लेकर स्वास्थ्य मंत्री उत्तराखण्ड स्वास्थ्य निदेशक व मुख्यमंत्री तक गुहार लगा दी लेकिन शासन प्रशासन ने इस अस्पताल भवन निर्माण कार्य के लिए कोई साकारात्मक कारवाई नहीं की। कनारीछीना प्राथमिक अस्पताल का भवन न होने से कनारीछीना अस्पताल के ऐलोपैथिक व आयुर्वेद डाक्टर धौलछीना एटैच है। इस अस्पताल भवन न बनने से रीठागाड क्षेत्र के कनारीछीना, रीम,कुनखेत, पतलचौरा, नौगांव, बुंगा, जमराढी, बिलवालगावं, हटौला, रौयत, खुडियारी, भंजर, झिरकोट, लिगुड़ता, मंगलता,जायखेत आदि गांवों के ग्रामीणों को अपने परिवार के बड़े बुजुर्गो व गर्भवती महिलाओं के उपचार के लिए या तो सेराघाट अस्पताल जाना पड़ता या फिर धौलाछीना अस्पताल जो की 15 से 20 किलोमीटर की दूरी पर है।
बजट न मिलने के कारण आधा अधूरा अस्पताल भवन अधर में लटका
वहीं प्रताप सिंह नेगी समाजिक कार्यकर्ता रीठागाड़ी दगड़ियों संघर्ष समिति ने बताया 2018 व 2020 में क्षेत्रीय जनता व रीठागाड़ी दगड़ियों संघर्ष समिति ने आंदोलन व चक्काजाम कर इस अस्पताल की मांग की तब जाकर 2021 में क़नारीछीना प्राथमिक अस्पताल भवन निर्माण कार्य को दो करोड़ सोलह लाख की मंजूरी मिली चंद दिनों तक इस अस्पताल भवन निर्माण कार्य चला दो साल से बजट न मिलने के कारण आधा अधूरा अस्पताल भवन अधर में लटका है। दूसरी तरफ अस्पताल भवन के सामने रह रहे दुकानदारों को भूस्खलन का डर सता रहा है।
शासन प्रशासन से लगाई गुहार
स्वास्थ्य विभाग की अनदेखी के कारण इस अस्पताल भवन को बजट नहीं मिल रहा है। नेगी ने शासन प्रशासन से गुहार लगाई जल्द से जल्द कनारीछीना प्राथमिक अस्पताल भवन निर्माण कार्य के लिए बजट पारित करके भवन निर्माण कार्य शुरू किया जाय ।
अगर शासन प्रशासन ने इस अस्पताल भवन निर्माण कार्य के लिए बजट पारित के लिए कारवाई नहीं की तो रीठागाडी दगड़ियों संघर्ष समिति धरना प्रदर्शन व उग्र आंदोलन करने के लिए बाध्य हो सकते हैं।