आँखिर क्यों ठीक नहीं आयरन और कैल्शियम की दवाएं एक साथ लेना

35 वर्ष की उम्र के बाद महिलाओं में आयरन और कैल्शियम की कमी सामान्य रूप से देखी जाती है। शरीर को स्वस्थ बनाए रखने के लिए ये दोनों पोषक तत्व अत्यधिक आवश्यक होते हैं। आयरन और कैल्शियम की कमी से थकान, कमजोरी और अन्य स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं। विशेष रूप से आयरन की कमी से शरीर में रक्त की कमी यानी एनीमिया हो सकता है। हालांकि, सवाल यह उठता है कि क्या इन दोनों सप्लीमेंट्स को एक साथ लेना सुरक्षित है। आइए, जानें इसके पीछे के कारण।

आवश्यक पोषक तत्व: कैल्शियम और आयरन

महिलाओं के लिए कैल्शियम और आयरन दोनों ही पोषक तत्व अत्यंत महत्वपूर्ण हैं। कैल्शियम न केवल हड्डियों और दांतों की मजबूती के लिए आवश्यक है, बल्कि यह हृदय और अन्य शारीरिक प्रक्रियाओं के सुचारू रूप से कार्य करने के लिए भी महत्वपूर्ण है। कैल्शियम की कमी से हड्डियों के कमजोर होने की समस्या (ऑस्टियोपोरोसिस), हाइपरटेंशन, स्ट्रोक और हृदयाघात का खतरा बढ़ जाता है।

दूसरी ओर, आयरन शरीर में ऑक्सीजन ले जाने वाली लाल रक्त कोशिकाओं (RBC) के निर्माण के लिए जरूरी है। आयरन की पर्याप्त मात्रा से एनीमिया को रोका जा सकता है, जो शरीर में रक्त की कमी का एक प्रमुख कारण है। आयरन की कमी से थकान, कमजोरी और चक्कर आना जैसी समस्याएं हो सकती हैं।

आयरन और कैल्शियम की दवाओं का सेवन

कैल्शियम और आयरन की कमी को पूरा करने के लिए डॉक्टर अक्सर सप्लीमेंट्स लेने की सलाह देते हैं। ये सप्लीमेंट्स हीमोग्लोबिन के स्तर को बढ़ाने और शरीर की सामान्य क्रियाओं को सुचारू रखने में मदद करते हैं। हालांकि, कई महिलाएं इन दवाओं को एक साथ लेती हैं, जिससे उनके शरीर में हीमोग्लोबिन का स्तर नहीं बढ़ता।

आयरन और कैल्शियम की दवाएं एक साथ क्यों नहीं लेनी चाहिए?

सफदरजंग अस्पताल की गायनेकोलॉजी विभाग की डॉ. सलोनी चड्ढा बताती हैं कि आयरन और कैल्शियम की दवाओं को एक साथ लेने से उनका प्रभाव कम हो जाता है। आयरन और कैल्शियम एक-दूसरे के अवशोषण को बाधित करते हैं, जिससे शरीर इन पोषक तत्वों को सही तरीके से नहीं ग्रहण कर पाता। इसलिए, डॉक्टर सलाह देते हैं कि आयरन की गोली लेने के तीन से चार घंटे बाद ही कैल्शियम की गोली लेनी चाहिए, ताकि दोनों दवाओं का सही असर हो सके।

दवाओं को एक साथ लेने के दुष्प्रभाव

आयरन और कैल्शियम दोनों के अपने-अपने साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं। कैल्शियम की अधिक खुराक से कब्ज, दस्त, गैस और पेट में गड़बड़ी हो सकती है। वहीं, आयरन की दवाएं लेने से पेट में दर्द, दस्त, कब्ज, मतली और उल्टी जैसी समस्याएं हो सकती हैं। इसलिए, इन दवाओं को एक साथ लेने से बचना चाहिए और डॉक्टर की सलाह के अनुसार ही इनका सेवन करना चाहिए।

सही समय पर दवा लें

आयरन सप्लीमेंट्स को खाने के एक घंटे पहले या बाद में लेना चाहिए, लेकिन खाली पेट इनका सेवन नहीं करना चाहिए। आयरन और कैल्शियम की दवाओं के बीच कम से कम 1 घंटे का अंतर रखना आवश्यक है।

हीमोग्लोबिन की कमी के कारण

1. लाल रक्त कोशिकाओं का उत्पादन कम होना: यदि शरीर पर्याप्त मात्रा में लाल रक्त कोशिकाओं का उत्पादन नहीं कर पाता, तो हीमोग्लोबिन की कमी हो सकती है।

2. लाल रक्त कोशिकाओं का तेजी से नष्ट होना: कुछ स्थितियों में, शरीर तेजी से लाल रक्त कोशिकाओं को नष्ट कर देता है, जिससे हीमोग्लोबिन का स्तर कम हो जाता है।

3. रक्तस्राव: किसी गहरी चोट या बीमारी से अत्यधिक रक्तस्राव होने से भी हीमोग्लोबिन की कमी हो सकती है।

4. मासिक धर्म: महिलाओं में मासिक धर्म के दौरान भी हीमोग्लोबिन का स्तर कम हो जाता है।

5. आहार में पोषक तत्वों की कमी: अगर शरीर को आवश्यक आयरन, विटामिन बी12 और बी9 नहीं मिलते, तो हीमोग्लोबिन का स्तर कम हो जाता है।

इसलिए, महिलाओं को आयरन और कैल्शियम की दवाएं एक साथ लेने से बचना चाहिए और इन्हें सही समय पर लेकर शरीर की पोषण संबंधी जरूरतों को पूरा करना चाहिए।

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