एसएसबी गुरिल्ला संगठन ने शीघ्र कार्यवाही ना होने पर सीएम आवास के सामने धरना प्रदर्शन की दी चेतावनी
आज दिनांक 9 दिसंबर को एसएसबी गुरिल्ला संगठन की एक आपातकालीन मीटिंग नैनीताल की जिला अध्यक्ष पुष्पा जलाल की अध्यक्षता में कोटाबाग नैनीताल में संपन्न हुई।
धामी सरकार को दी चेतावनी
एसएसबी गुरिल्ला संगठन की नैनीताल जिले की पुष्पा जलाल ने धामी सरकार को चेतावनी देते हुए कहा है। एसएसबी गुरिल्ला संगठन की तीन सूत्रीय मांगों के निराकरण के संबंध में 18 सालों से एसएसबी गुरिल्ला अपनी शांतिपूर्ण ढंग से लड़ाई लड़ रहा है। कई दौर की सरकार गुरिल्ला संगठन की वार्ता करा चुकी है लेकिन सरकार बार-बार गुरिल्ला संगठन के पदाधिकारियों को एवं गुरिल्लाओं को वार्ता का न्यौता देती है।
आमरण अनशन की चेतावनी
नौ अगस्त 2023 को जब गुरिल्लाओं का सीएम आवास कूच था तो धामी सरकार ने गुरिल्लाओं को आनन-फानन में मुख्य सचिव राधा रतूड़ी से वार्ता कराई लेकिन गुरिल्ला संगठन का वार्ता तक ही सीमित रहा। 2 सितंबर 2024 को समस्त उत्तराखंड के गुरिल्ला सीएम आवास कूच कर रहे थे तो फिर धामी सरकार ने आनन-फानन में गृह सचिव रिद्धिमा अग्रवाल से वार्ता कराई। लेकिन रिद्धिमा अग्रवाल ने 48 घंटे में गुरिल्ला संगठन के प्रदेश मीडिया प्रभारी अनिल प्रसाद भट्ट, प्रदेश उपाध्यक्ष दिनेश प्रसाद गैरोला एवं टिहरी जिला अध्यक्ष दिनेश प्रसाद गैरोला प्रदेश अध्यक्ष युद्धवीर सिंह राणा, प्रदेश महासचिव महावीर सिंह रावत कई पदाधिकारीयों के साथ माननीय गृह सचिव रिद्धिमा अग्रवाल ने गुरिल्ला संगठन के पदाधिकारीयों को आश्वासन दिया था। जहां-जहां गुरिल्लाओं की फाइल रुकी है उस पर तुरंत 48 घंटे के अंदर- अंदर यथाशीघ्र 48 घंटे के अंदर कार्रवाई की जाएगी। लेकिन 3 माह बीतने के बावजूद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई। गुरिल्ला संगठन की नैनीताल जिला अध्यक्ष पुष्पा जलाल ने धामी सरकार को चेतावनी दी अगर 15 दिसंबर तक गुरिल्लाओं को नौकरी व पेंशन अन्य हित लाभ नहीं दिए तो समस्त उत्तराखंड के गुरिल्ला 17 दिसंबर को देहरादून कूच करेंगे और 18 दिसंबर से अनिश्चितकाल के लिए सीएम आवास कूच करेंगे। एसएसबी गुरिल्ला संगठन की नैनीताल जिले की पुष्पा जलाल ने कहा है कि अगर सरकार तुरंत कार्रवाई नहीं करती है तो 19 दिसंबर को नैनीताल जिले से कई गुरिल्ला साथी सीएम आवास के सामने धरना प्रदर्शन और आमरण अनशन करेंगे।
उपस्थित जन
इस अवसर पर पान देव सनवाल, चंदन लाल, भवान सिंह, नंदन भंडारी, भोलाराम, कैलाश भट्ट, चंद्र मोहन भगत, नंदन लाल, जगत सिंह, गोपाल सिंह, आनंद सिंह बिष्ट, देवेंद्र सिंह, विश्वजीत सिंह, महेंद्र सिंह, परुली देवी, पुष्पा देवी- नंदलाल, पुष्पा देवी- जशवंत सिंह, लीला देवी, सुरेश चंद्र पनेरु, कुंदन सिंह भंडारी, बीरेंद्र सिंह भोयाल, दीपा देवी, लीला बिष्ट, कमला देवी, मोहनी देवी, अनूप सिंह बोहरा, दान सिंह मेहरा, भोला दत्त पलडिया, नवीन सिंह, चंद्रा देवी, शांति देवी, देवकी देवी, बसंती देवी, भगवती देवी, हंसी देवी, गंगा देवी, प्रेमा चौहान, मीना मेहरा, जीवंती शाह, पार्वती देवी, चंपा देवी, नंदी देवी, हीरा गोस्वामी, तारा पांडे, चंद्रा देवी आदि सैकड़ों गुरिल्ला उपस्थित थे।