इस दिन मनाया जाएगा कुमांऊ का लोकप्रिय पर्व सातूं आठू
कुमांऊ का लोकप्रिय पर्व बिरुड़ पंचमी (28 अगस्त) व सातूं आठू हर वर्ष पंचमी से शुरु हो जाता है और अष्टमीं को इसका समापन होता है। इस वर्ष सातों आठों (गवरा देवी लोकप्रिय व पारंपरिक पर्व 30 अगस्त को सातूं
31 अगस्त को आठू मनाया जायेगा।
आईये आगे बताते चले बिरुड़ पंचमी सातों आठों को मनाने की विधि विधान
पंचमी के दिन एक तांबे व पितल के बर्तन में पांच या सात प्रकार के अनाज भिगाये जाते है। सप्तमीं के दिन प्रात:काल विवाहित महिलाओं के द्बारा नौले या नदी के किनारे यह बिरुड़ धोकर साफ किये जाते है।
सप्तमीं को विवाहित महिलाओं के द्बारा गवरा देवी (मां पार्वती) महेश(शिव जी )की मूर्ती बनाकर उनका शृंगार करके अपने अपने घर के अंदर कुल देवता के सामने रखकर अष्टमी को ये बिरुड़ मां पार्वती व महादेव जी को अर्पित किए जाते हैं उसके बाद इन्हें पकाकर प्रसाद में वितरण किया जाता है। साथ में झोडां चांचरी व अन्य सांस्तृतिक कार्यक्रमों आयोजन किया जाता है।ये कुमाऊँ की सांस्कृतिक विरासत है।
इन ज़िलों में है ख़ास मान्यता
प्रताप सिंह नेगी संगीत प्रेमी ने बताया की ये बिरुड़ पंचमी सातों आठों कुमाऊ का लोकपर्व पारंपरिक पर्व है।
लेकिन सबसे अधिक अल्मोड़ा,बागेश्वर ,पिथौरागढ़ ,नैनीताल जिले में इसकी अलग ही मान्यता मानी जाती है।।
