हरेला पीठ के सदस्यों के बीच महत्वपूर्ण बिंदुओं पर एक बैठक आयोजित हुई। बैठक में सर्वप्रथम हरेला पीठ की निदेशक डाॅ0 प्रीति आर्या द्वारा हरेला पीठ के सदस्यों स्वागत किया गया। उन्होंने पूर्व में हरेला पीठ द्वारा आयोजित की गई बैठक में लिए गए निर्णयों की समीक्षा करते हुए सदस्यों को अवगत कराया। उन्होंने इसके साथ ही कुलपति प्रो० जगत सिंह बिष्ट द्वारा हरेला पीठ के द्वारा संचालित कार्यों में सहयोग प्रदान हेतु आभार जताया। तदुपरांत बैठक की कार्यवाही प्रारंभ हुई।
हरेला पीठ द्वारा चयनित नर्सरी स्थल को सुरक्षित रखने के लिए चारों ओर से घेराव किया जाएगा
हरेला पीठ की निदेशक डॉ० प्रीति आर्या ने जानकारी दी है कि कुलपति प्रो० जगत सिंह बिष्ट जी द्वारा हरेला पीठ द्वारा बनाये जा रहे उद्यान को उत्कृष्ट स्वरूप प्रदान किया जा रहा है। हरेला पीठ द्वारा चयनित नर्सरी स्थल को सुरक्षित रखने के लिए चारों ओर से घेराव किया जाएगा। जिसके लिए दो फिट की तारबाड़ की जाएगी तथा नर्सरी स्थल में पूर्व में लगी हुई तारबाड़ को बीच से हटाकर व्यवस्थित किया जाएगा। साथ ही नर्सरी के वर्तमान स्वरूप को देखते हुए घेरबाड़ के लिए व्यवस्थित किया जाएगा। निर्मित की जाने वाली नर्सरी क्षेत्र में क्षतिग्रस्त दीवारों को ठीक करने, पत्थरों की दीवार बनाने आदि का कार्य भी भविष्य में किया जाएगा।
नर्सरी स्थल की रामबास, किल्मोड़ा, रिंगाल घास आदि से बायो फैंसिंग की जाएगी
हरेला पीठ द्वारा पूर्व की बैठक में तय किए गए नर्सरी स्थल की साफ-सफाई एवं झाड़ियों का कटान चल रहा है। नर्सरी स्थल की रामबास, किल्मोड़ा, रिंगाल घास आदि से बायो फैंसिंग की जाएगी। बायो फैंसिंग के लिए ग्रीन ऑडिट के निदेशक डॉ० बलवंत कुमार एवं डॉ तेजपाल सिंह द्वारा पौधों का एकत्रीकरण किया जा रहा है।
विभिन्न पौधों का किया गया रोपण
इसी क्रम में आज विज्ञान संकाय की संकायाध्यक्ष प्रो जया उप्रेती, कुलानुशासक डॉ० मुकेश सामंत, डॉ० धनी आर्या (विभागाध्यक्ष, वनस्पति), हरेला पीठ निदेशक डॉ० प्रीति आर्या, डॉ० तेजपाल सिंह,डॉ० आशा शैली, डॉ० ललित जोशी, जयवीर सिंह नेगी ने रामबांस, बुरांस, केरुआं आदि का रोपण किया गया है।