अल्मोड़ा: स्वच्छता पखवाड़े के तहत पौष्टिक आहार एवं स्वच्छता को लेकर किया गया जागरूक, प्रो०प्रवीण सिंह बिष्ट ने की सभी से तनाव ना लेने की अपील

भारत सरकार के सांख्यिकी एवं कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय के अंतर्गत राष्ट्रीय सांख्यिकीय कार्यालय, अल्मोड़ा  और सोबन सिंह जीना परिसर के अधिष्ठाता छात्र कल्याण के संयुक्त तत्वावधान में 1 से 15 जुलाई,2023  तक मनाए जा रहे स्वच्छता पखवाड़े के तहत पौष्टिक आहार एवं स्वच्छता को लेकर जागरूक किया गया। इस जागरूकता कार्यक्रम में सोबन सिंह जीना, परिसर के निदेशक प्रोफेसर प्रवीण सिंह बिष्ट, अधिष्ठाता छात्र कल्याण प्रोफेसर इला साह, डॉ कुसुमलता आर्य,चिकित्सक डॉ विशाल शर्मा (नोडल ट्रेनर ऑफ RBSK प्रोग्राम),वरिष्ठ सांख्यिकी अधिकारी शसुधीर चौरसिया,कनिष्ठ सांख्यिकी अधिकारी लोकेंद्र सिंह,कनिष्ठ सांख्यिकी अधिकारी अक्षय केडीवाल अतिथि रूप में मंचासीन रहे।

अपने स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के लिए चिकित्सकों से परामर्श लेते रहें

अधिष्ठाता छात्र कल्याण प्रोफेसर इला साह ने राष्ट्रीय सांख्यिकीय कार्यालय, अल्मोड़ा और आमंत्रित चिकित्सकों का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि चिकित्सकों द्वारा दिये गए टिप्स स्वास्थ्य के लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं। अपने स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के लिए चिकित्सकों से परामर्श लेते रहें।

सभी से  तनाव न लेने की अपील की

परिसर निदेशक प्रो०प्रवीण सिंह बिष्ट ने सांख्यिकी कार्यालय के द्वारा स्वास्थ्य को लेकर दिये गए व्याख्यान और जागरूकता कार्यक्रम की सराहना की। उन्होंने सभी से  तनाव न लेने की अपील की और कहा कि अपनी परंपराओं से जुड़ें, मोटा अनाज स्वास्थ्य के लिए बेहतर है,उसका प्रयोग करें। अपने स्वास्थ्य के प्रति सचेत रहें।

शुगर , हार्ट एवं किडनी की बीमारी, एनीमिया एवं ब्लड प्रेशर की समस्या बढ़ रही

चिकित्सक डॉ० विशाल शर्मा (नोडल ट्रेनर ऑफ RBSK प्रोग्राम) ने  विटामिन बी, पोषण, आहार, स्वच्छता को लेकर विस्तार से व्याख्यान देकर जागरूक किया। उन्होंने बताया कि कुपोषण की समस्या बहुत गंभीर हो रही है। शुगर , हार्ट एवं किडनी की बीमारी, एनीमिया एवं ब्लड प्रेशर की समस्या बढ़ रही हैं। आज के समय में संतुलित आहार लेना छोड़ दिया गया है जिससे स्वास्थ्य में विपरीत परिणाम दिखाई दे रहे हैं। संतुलित पोषण न मिल पाने के कारण शरीर को कई बीमारियां पकड़ रही हैं। शरीर को पोषण के लिए सलाद, फल एवं फाइबर युक्त भोजन की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि आने वाली बीमारी से बचने के लिए परामर्श दिया। उन्होंने कहा कि प्रतिदिन 10 हजार कदम चलें, संतुलित आहार लें, पुरानी चक्कियों का पीसा हुआ आटा प्रयोग करें, मोटा अनाज लें, कमसे कम 8 ग्लास पानी पिएं, नियमित रूप से 1 ग्लास दूध पियें, फलाहार लें, अंडा खाएं। मोबाइल के दुष्प्रभाव एवं बालकों में पड़ रही लत को लेकर भी प्रकाश डाला।
कार्यक्रम में राष्ट्रीय सांख्यिकीय कार्यालय, अल्मोड़ा के कनिष्ठ सांख्यिकी अधिकारी लोकेंद्र सिंह ने  संचालन कर आभार जताया।गोष्ठी के संचालन में समाजशास्त्र विभाग ने सहयोग दिया।

इस अवसर पर उपस्थित रहे

इस अवसर पर इस अवसर पर वरिष्ठ सांख्यिकी अधिकारी  सुधीर चौरसिया,कनिष्ठ सांख्यिकी अधिकारी लोकेंद्र सिंह,कनिष्ठ सांख्यिकी अधिकारी अक्षय केडीवाल, भानु नौलिया, बलवीर सिंह, शिवम प्रजापति, संतोष सिंह, कमल जोशी डॉ ममता पंत, डॉ पुष्पा वर्मा, प्रकाश भट्ट, डॉ योगेश मैनाली, इंद्र मोहन पंत,अनीता नयाल, देबकी रौतेला,  डॉ पुष्पा वर्मा, डॉ ललित जोशी, भुवन विद्यार्थी के साथ बहुत संख्या में राष्ट्रीय कैडेट कोर 24 बटालियन के कैडेट्स, समाजशास्त्र विभाग के विद्यार्थी, शोधार्थी, विद्यार्थी मौजूद रहे।

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