अल्मोड़ा: न्यू विवेकानन्दपुरी में अचेतावस्था में पड़ी गाय, सुधलेवा कौन?

आए दिन गाय और अन्य जानवरों की सड़क किनारे दुर्दशा  दिख ही जाती है। ऐसे ही न्यू विवेकानन्दपुरी को जाने वाले रास्ते पर एक ऐसी गाय है जो शायद अपनी अंतिम सांसे गिन रही है। गाय के साथ एक छोटा बछड़ा भी है जो लोगों से घायल गाय के मदद के लिए गुहार लगा रहा है।

क्या समाज संवेदनहीन हो रहा है?

अकसर लोग अपने पालतू जानवरों को अधिक उम्र का होने पर या बीमारी अवस्था में छोड़ दे रहे हैं। इससे यही साबित होता है कि लोगों की जानवरों के लिए हीन भावना बढ़ती जा रही है। तभी वो इस तरह बेजुबान पालतू जानवरों को बीमार होने के बाद या अधिक उम्र का होने के बाद छोड़ दे रहे हैं। इंसान बीमार हों तो उसका इलाज सामाजिक सहयोग सम्भव है लेकिन जब गौवंश या कोई जानवर  बीमार हो तो सहयोग कौन करे। किससे संपर्क करें। जमीन पर धराशायी हुई गाय न्यू विवेकानन्दपुरी को जाने वाले रास्ते पर है।डॉक्टर ललित जोशी ने कहा है कि यदि कोई पशु चिकित्सक या समाजसेवी इस गौ को मदद पंहुचा सकता है तो संपर्क करें। गौपालक अपने गौ की सेवा करें, बीमार होने पर दिखाएं। ऐसे मरने को न छोड़ें। पाप के भागीदार न बनें।

समस्त नगरवासियों से अपील

अतः समस्त नगरवासियों से अपील  है कि यदि गौवंश या कोई जानवर  बीमार हो तो उसे अनदेखी करने के बजाय उसके उपचार हेतु सामाजिक कार्यकर्ताओं या पशुपालन विभाग आदि से तुरंत संपर्क करें । साथ ही  पशुपालक, पशुपालन विभाग को भी समय समय पर बेजुबान जानवरो को बचाने के लिए क्षेत्रों में जाकर मुहिम चलानी होगी ।

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