अल्मोड़ा: कनारीछीना के बंद अस्पताल को लेकर ग्रामीणों में बढ़ता जा रहा आक्रोश, भाजपा अनुसूचित जाति मोर्चा मंडल अध्यक्ष ने सीएम को भेजा ज्ञापन

कनारीछीना प्राथमिक अस्पताल बंद होने व कनारीछीना प्राथमिक अस्पताल भवन निर्माण बंद होने के चलते भारतीय जनता पार्टी के अनुसूचित जाति मोर्चा मंडल अध्यक्ष संतोष राम ने जिला अधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपा और जल्द से जल्द कनारीछीना प्राथमिक अस्पताल भवन खोलने के लिए कनारीछीना प्राथमिक अस्पताल भवन निर्माण कार्य के जिला अधिकारी से बातचीत की।

उपचार के लिए या अन्य क्षेत्र के अस्पतालों का चक्कर काट रहें ग्रामीण

ज्ञापन के माध्यम से उन्होंने कहा कि 65 साल पुराना कनारीछीना प्राथमिक अस्पताल दो सप्ताह से बंद पड़ा है। मकान मालिक बहादुर सिंह डसीला को नये सर्किट रेट से किराया न मिलने के कारण उन्होंने कनारीछीना प्राथमिक अस्पताल भवन में ताला लगा दिया।

इधर दो करोड़ सोलह लाख की लागत से कनारीछीना प्राथमिक अस्पताल का भवन निर्माण कार्य चल रहा था। यह भवन निर्माण कार्य एक साल से बंद पड़ा है।

शासन प्रशासन ना पुराना अस्पताल भवन को खोलने के लिए बहादुर सिंह डसीला को नये सर्किट रेट से किराया दे रहा है। और ना कनारीछीना प्राथमिक अस्पताल भवन निर्माण का कार्य शुरू हो रहा है। कनारीछीना प्राथमिक अस्पताल बंद होने से रीठागाड़ पट्टी के नौगांव, ग्राम सभा, लिगुड़ता ग्राम सभा, हटौला ग्राम, बुंगा ग्राम सभा, बिलवाल गांव ग्राम सभा, दुगरा लेख ग्राम सभा, खाकरी ग्राम सभा के ग्रामीणों को अपने उपचार के लिए या तो मेरापाट अस्पताल जाना पड़ रहा है या फिर धौलछीना।  शासन प्रशासन की अनदेखी में कनारीछीना प्राथमिक अस्पताल बंद पड़ा है।

कनारीछीना अस्पताल की शासन प्रशासन से नहीं ली गई सुध

इधर,  कनारीछीना  प्राथमिक अस्पताल भवन निर्माण कार्य एक साल से बंद पड़ा है। जिससे ऊपर के आवासीय मकानों को भी खतरा हो गया है जमीन धस्ती जा रही है कभी भी जनहानी हो सकती है।

इससे पूर्व में प्रताप सिंह नेगी रीठागाड़ी दगड़ियों संघर्ष समिति के अध्यक्ष ने अल्मोड़ा जिला अधिकारी अल्मोड़ा, मुख्य चिकित्सा अधिकारी, मुख्यमंत्री, स्वास्थ्य मंत्री, सचिव चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण शासन को महानिदेशक चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण शासन को अवगत कराया गया लेकिन अभी तक इस अस्पताल भवन निर्माण कार्य शुरू कराने के लिए व कनारीछिना प्राथमिक अस्पताल बंद के लिए शासन प्रशासन की तरफ से कोई सुध नहीं ली गई।

ग्रामीणों में बढ़ता जा रहा आक्रोश

ग्रामीणों का आक्रोश दिन प्रतिदिन बढ़ते जा रहा है। अगर शासन प्रशासन ने जल्द से जल्द कनारीछीना प्राथमिक अस्पताल बंद के लिए व कनारीछीना प्राथमिक अस्पताल भवन निर्माण कार्य के लिए कोई कारवाई नहीं भी तो क्षेत्रीय जनता धरना प्रदर्शन व चक्काजाम के लिए बाध्य हो सकती है। उस समय किसी के लिए कोई हादसा या अनहोनी होती है तो उसके जिम्मेदार शासन प्रशासन की होगी।

उपस्थित जन

ज्ञापन सौंपते हुए लछम सिंह रावल, पुष्कर मेहता, हरेंद्र बोरा , मनोज कुमार आदि मौजूद रहे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *