अल्मोड़ा: आज बारह दिन बीत जाने के बाद भी कनारीछीना प्राथमिक अस्पताल में ताला लगा हुआ है। नये सर्किट रेट से किराया नहीं दिये जाने के कारण कनारीछीना प्राथमिक अस्पताल भवन मालिक बहादुर सिंह डसीला ने 11 दिन बीत जाने के बाद भी अस्पताल का ताला नहीं खोला। लंबे समय से कनारीछीना प्राथमिक अस्पताल भवन के 150 रुपये के किराये से प्राथमिक अस्पताल को संचालित हो रहा है।
बारह दिनों से लगा है ताला
उत्तराखंड स्वास्थ्य निदेशक के द्वारा इस अस्पताल भवन मालिक को नये सर्किट रेट से किराया दिये जाने के लिए अल्मोड़ा मुख्य चिकित्सा अधिकारी व अल्मोड़ा जिला को आख्या बनाकर सूचित करने का आदेश जारी करने के बावजूद भी आज तक शासन प्रशासन ने कनारीछीना प्राथमिक अस्पताल भवन के किराये बढ़ोतरी के किए कोई ठोस कदम नहीं उठाए। जिस कारण बहादुर सिंह डसीला ने कनारीछीना प्राथमिक अस्पताल भवन में डेढ़ सौ रुपए किराया दिये जाने के कारण ताला लगा दिया।
नए सर्किट रेट से किराया बढ़ाने के लिए अभी तक नहीं हुई कार्यवाही
इधर बहादुर सिंह डसीला को कनारीछीना प्राथमिक अस्पताल भवन का तोला खोलने के अल्मोड़ा मुख्य चिकित्सा अधिकारी व अल्मोड़ा स्वास्थ्य विभाग स्वास्थ्य के अधिकारी प्रेसर दे रहे हैं। लेकिन नये सर्किट रेट से किराया बढ़ाने के लिए अभी तक अल्मोड़ा मुख्य चिकित्सा अधिकारी के द्वारा कोई भी कार्रवाई नहीं की गई। कनारीछीना प्राथमिक अस्पताल भवन बंद होने से रीठागाड़ क्षेत्र के हजारों लोग परेशान है।
परेशानियों से जूझ रही जनता
प्रताप सिंह नेगी समाजिक कार्यकर्ता का कहना है कि कनारीछीना प्राथमिक अस्पताल भवन निर्माण कार्य बंद होना , कनारीछीना बिनूक पतलचौरा सड़क अधर में लटकना, काफलीगैर कनारीछीना लिंक सड़क मार्ग का अधर में लटकना, अभी 12 दिनों से कनारीछीना प्राथमिक अस्पताल भवन में ताला लगना। ये सब रीठागाड़ क्षेत्र के लिए क्यों ऐसा हो रहा है। अल्मोड़ा जिला अधिकारी से लेकर उत्तराखंड के शासन प्रशासन को अवगत कराया जाने के बावजूद भी आज तक कोई सुनवाई नहीं हुई। रीठागाड़ पट्टी के कनारीछीना क्षेत्र के पांच छः ग्राम पंचायत के ग्रामीण परेशानियों से जूझ रहे हैं।
आने वाले चुनाव का बहिष्कार करेंगे क्षेत्रीय लोग
सामाजिक कार्यकर्ता नेगी ने कहा कि अभी उत्तराखंड सरकार स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए व पर्वतीय क्षेत्रों के लिए सड़कों के लिए बड़ी बड़ी बातें करती आ रही है। लेकिन रीठागाड़ पट्टी के कनारीछीना क्षेत्र के पांच, छह ग्राम पंचायत के ग्रामीण प्राथमिक अस्पताल से लेकर सड़क मार्ग के अधूरे काम को देखकर कठिनाइयों का सामना कर रहे हैं। लेकिन जिला शासन प्रशासन व उत्तराखंड शासन प्रशासन रीठागाड़ पट्टी के कनारीछीना क्षेत्र पांच छः ग्राम पंचायत के लिए कोई सुध नहीं ले रही है। अगर यही हाल रहा तो रीठागाड़ क्षेत्र के लोग आने वाले लोकसभा चुनाव का बहिष्कार कर देंगे ।