अल्मोड़ा:  बिच्छु घास एवं भीमल रेशे से महिलाओं ने बनाए राखी एवम हस्तशिल्प उत्पाद, 12 दिवसीय प्रशिक्षण संपन्न

बिच्छु घास एवं भीमल रेशे से राखी एवं हस्तशिल्प बनाने से संबन्धित 12 दिवसीय प्रशिक्षण संपन्न हो गया है।  जिला परियोजना प्रबन्धक ग्रामीण वेग वृद्वि योजना (रीप) राजेश मठपाल ने बताया कि ग्रामीण उद्यम वेग वृद्वि परियोजना द्वारा विकास खण्ड ताड़ीखेत में गठित स्वायत्त सहकारिताओं के 20 सदस्यों को राष्ट्रीय कृषि अनुसंधान परिषद्- राष्ट्रीय प्राकृतिक रेशा अभियान्त्रिकी एवं प्रोद्योगिकी संस्थान, कोलकाता के माध्यम से विकासखण्ड सभागार, ताड़ीखेत में बिच्छु घास एवं भीमल रेशे से राखी एवं हस्तशिल्प बनाने से संबन्धित 12 दिवसीय प्रशिक्षण दिनांक- 30 जुलाई, 2023 से 10 अगस्त, 2023 तक प्रदान किया गया।

तैयार राखी एवं स्वनिर्मित हस्तशिल्प उत्पादों आदि का किया गया विमोचन

कार्यक्रम के अन्तिम दिन तैयार राखी एवं स्वनिर्मित हस्तशिल्प उत्पादों आदि का विमोचन किया गया, साथ ही समूह सदस्यों द्वारा विकासखण्ड ताड़ीखेत के प्रांगण में सुसज्ज्ति स्टॉल लगाकर तैयार उत्पादों का प्रदर्शन एवं विपणन किया गया। प्रशिक्षण के दौरान महिलाओं द्वारा बिच्छु घास एवं भीमल रेशे से प्रशिक्षण अवधि के दौरान कुल 1500 राखियां तैयार की गयीं। इन तैयार राखियों की कुल कीमत रू.35.00 से 80.00 के मध्य रखी गयी है। राखी बनाने के साथ- साथ महिलाओं द्वारा अन्य हस्तशिल्प उत्पादों जैसे- आभूषण, बैग इत्यादि तैयार किये गये।

बिच्छू एवं भीमल के रेशे से बनाई गई राखी

इस अवसर पर उपस्थित रानीखेत विधायक डा0 प्रमोद नैनवाल ने कहा कि समूह सदस्यों द्वारा बिच्छू एवं भीमल के रेशे से राखी एवं हस्तशिल्प बनाये गये हैं वह बहुत सराहनीय हैं एवं इनको आउटलेट के माध्यम से बाजार में बहुत जल्द उपलब्ध कराया जायेगा एवं इसमें रीप परियोजना द्वारा बहुत सराहनीय कार्य किया जा रहा है।

ऑनलाईन एवं आउटलेट के माध्यम से बेचा जायेगा सामान

इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी आकांक्षा कोंडे ने कहा कि सहकारिता की महिलाओं के प्रशिक्षण के उपरान्त बिच्छू व भीमल के रेशे से राखी व हस्तशिल्प बनाया गया है यह बहुत अच्छा कार्य किया जा रहा है। महिलाओं के द्वारा जो भी उत्पाद बनाया जायेगा उसको ऑनलाईन एवं आउटलेट के माध्यम से बेचा जायेगा।

समूह सदस्यों को स्थानीय स्तर पर रोजगार का अवसर प्राप्त होगा

कार्यक्रम पश्चात् उपस्थित जनप्रतिनिधि, वैज्ञानिक एवं अधिकारियो/कर्मचारियों द्वारा बिच्छू एवं भीमल हथकरघा एवं हस्तशिल्प इकाई, ताड़ीखेत का निरीक्षण किया गया। समस्त अतिथियों ने महिला सदस्यों द्वारा निर्मित राखियों आदि तैयार उत्पादों की प्रसंसा की तथा कहा कि इसके माध्यम से समूह सदस्यों को स्थानीय स्तर पर रोजगार का अवसर प्राप्त होगा, साथ ही स्थानीय संसाधनों का भी सर्वोत्तम उपयोग संभव हो पायेगा।

इस अवसर पर उपस्थित रहे

इस अवसर पर ब्लॉक प्रमुख ताड़ीखेत हीरा रावत, संयुक्त मजिस्ट्रेट रानीखेत जय किशन, जिला विकास अधिकारी संतोष कुमार पंत सहित अन्य अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।

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