आज प्रेस को जारी एक बयान में उत्तराखंड कांग्रेस के वरिष्ठ प्रदेश उपाध्यक्ष बिट्टू कर्नाटक ने कहा कि लगभग एक माह पूर्व प्रदेश सरकार के द्वारा नर्सिंग के 1400 से अधिक पदों पर भर्तियां निकाली गई थी जिससे नर्सिंग का कोर्स कर चुके युवाओं में एक नई चेतना का संचार हुआ था। परंतु अभी एक माह भी नहीं बीता और सरकार के द्वारा उक्त नियुक्तियों पर रोक लगा दी गई जो युवाओं के भविष्य के साथ कुठाराघात है।
भर्तियां निरस्त नहीं की गई है बल्कि स्थगित की गई है
उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में पहले तो भर्तियां निकल ही नहीं रही है जो भर्तियां निकल भी रही है उन्हें कुछ दिनों के अंदर किसी न किसी बहाने से रोकने का काम किया जा रहा है।ऐसा ही कुछ नर्सिंग के निकले हुए 1400 से अधिक पदों के साथ हुआ।उन्होंने कहा कि इस मामले पर जब उनके द्वारा महानिदेशक चिकित्सा शिक्षा डॉक्टर सयाना से बात की गई तो उन्होंने बताया की उक्त भर्तियां निरस्त नहीं की गई है बल्कि स्थगित की गई है। बिट्टू कर्नाटक ने कहा कि पहले से अंदेशा था कि सरकार युवाओं को सपने दिखाने के लिए भर्तियां तो निकाल देगी लेकिन उन पर विज्ञप्ति जारी हो या ना हो युवाओं को रोजगार मिले ना मिले यह संशय की बात है और आज इन भर्तियों का रुक जाना सरकार की मंशा को स्पष्ट रूप से प्रदर्शित करता है।उन्होंने कहा कि कुछ समय में लोकसभा चुनाव है।इस दौरान किसी भी तरह की नियुक्तियां उत्तराखंड में नहीं हो पाएंगी जिसका खामियाजा यहां के युवाओं को भुगतना पड़ेगा।
आज हजारों की संख्या में युवा परेशान
उन्होंने कहा कि आज हजारों की संख्या में युवा परेशान है जिन्होंने सोचा था की नर्सिंग के इन 1400 पदों में उन्हें भी स्थान मिल पाएगा।उन्होंने कहा कि सरकार उत्तराखंड के युवाओं के सपनों को तोड़ने का कार्य कर रही है।आज युवा हताश है और परेशान है जिसकी जिम्मेदार सूबे की भाजपा सरकार है।उन्होंने कहा कि युवाओं का इस तरीके से सरकार द्वारा किया जा रहा उत्पीड़न किसी भी दशा में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और यदि सरकार अविलंब इन पदों पर नियुक्तियां की कार्यवाही आगे नहीं बढ़ती है तो वे सरकार की इस तुगलकी नीति का विरोध करने को बाध्य होंगे।