काजू और बादामों की मांग में वृद्धि, ड्राई फ्रूट्स की कीमतें बढ़ी

काजू और बादामों की मांग में वृद्धि, ड्राई फ्रूट्स की कीमतें बढ़ी

वित्तीय वर्ष 2024-25 के बजट का व्यापक प्रभाव अब विभिन्न क्षेत्रों में देखा जा रहा है। हाल ही में केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा प्रस्तुत किए गए बजट में पूंजीगत लाभ कर (Capital Gains Tax) में वृद्धि की गई है, जिससे भारतीय शेयर बाजार से विदेशी निवेशक (Foreign Investors) अपनी पूंजी निकाल रहे हैं। इस कारण अंतरबैंक विदेशी मुद्रा बाजार में रुपया अपने सर्वकालिक निचले स्तर पर पहुंच गया है। डॉलर के मुकाबले रुपये की कमजोरी ने आयातित ड्राई फ्रूट्स की कीमतों में वृद्धि कर दी है।

रुपये की गिरावट और ड्राई फ्रूट्स की कीमतें

वर्तमान में, डॉलर के मुकाबले रुपया रिकॉर्ड निचले स्तर पर है। पिछले दिन ही अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 63.72 रुपये के स्तर पर बंद हुआ। इस गिरावट का प्रभाव अन्य वस्तुओं के साथ-साथ ड्राई फ्रूट्स पर भी स्पष्ट रूप से दिखाई दे रहा है। वर्तमान समय में बाजार में काजू, किशमिश, बादाम, अखरोट आदि के दाम बढ़ गए हैं। आगामी त्योहारी सीजन में मिठाइयों की कीमतों में भी वृद्धि होने की संभावना है, जिससे उपभोक्ताओं पर आर्थिक दबाव बढ़ सकता है।

ड्राई फ्रूट्स की आपूर्ति और बढ़ती मांग

कारोबारियों के अनुसार, विदेशी मुद्रा की तुलना में रुपया कमजोर होने के कारण ड्राई फ्रूट्स की कीमतों में वृद्धि हो रही है। दिल्ली के खारी बावली थोक ड्राई फ्रूट्स मार्केट में अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, ईरान, दक्षिण अफ्रीका जैसे देशों से ड्राई फ्रूट्स की आपूर्ति होती है, जो हाल ही में प्रभावित हुई है। इसके अतिरिक्त, त्योहारी सीजन की वजह से काजू और बादाम की मांग में भी वृद्धि देखी जा रही है।

काजू और बादाम की बढ़ती मांग

एक प्रमुख कारोबारी के अनुसार, पिछले 20 दिनों से काजू और बादाम की मांग में वृद्धि हुई है। विशेष रूप से मिठाइयों में उपयोग होने वाले चार टुकड़े काजू की मांग बढ़ी है। बड़ी मिठाई निर्माता कंपनियों ने अपनी खरीदारी शुरू कर दी है, जिससे काजू की कीमतों में तेजी आई है।

दक्षिण अफ्रीका से काजू की आपूर्ति

दिल्ली किराना कमि टी के अध्यक्ष नंद किशोर बंसल के अनुसार, काजू की आपूर्ति का प्रमुख स्रोत दक्षिण अफ्रीका है। हाल ही में आपूर्ति में रुकावट आने के कारण रॉ मटीरियल की कमी हो गई है, जिससे काजू की कीमतों में वृद्धि हुई है। इसके अलावा, ईरानी मामरा बादाम की कीमतों में भी वृद्धि हुई है, जिसका मुख्य कारण वहां की मुद्रा में उतार-चढ़ाव है।

बाजार में ड्राई फ्रूट्स के भाव

रिटेल कारोबारी प्रवीन गोयल ने बताया कि पिछले 20 दिनों में काजू की कीमत 1,000 रुपये प्रति किलो से बढ़कर 1,200 रुपये प्रति किलो हो गई है। इसी प्रकार, ईरानी मामरा बादाम की कीमत 2,000 रुपये प्रति किलो से बढ़कर 2,600 रुपये प्रति किलो हो गई है। आने वाले दिनों में ड्राई फ्रूट्स की कीमतों में और वृद्धि होने की संभावना है।

विदेशी मुद्रा बाजार में रुपये की स्थिति

अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में गुरुवार को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 83.72 (अस्थायी) के अपने सर्वकालिक निचले स्तर पर आ गया। विदेशी मुद्रा कारोबारियों के अनुसार, विदेशी बाजार में अमेरिकी मुद्रा की मांग और भारत से विदेशी पूंजी की भारी निकासी के कारण यह गिरावट आई है। इसके अलावा, पूंजीगत लाभ कर में वृद्धि के कारण भारतीय शेयर बाजार में भी गिरावट आई है, जिसका असर रुपये पर पड़ा है।

इस प्रकार, बजट 2024-25 का प्रभाव ड्राई फ्रूट्स की कीमतों पर स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है, जिससे उपभोक्ताओं पर अतिरिक्त आर्थिक भार बढ़ने की संभावना है।

23 जुलाई को संसद में बजट प्रस्तुति के बाद इंडेक्स में ऊँची उछाल वाले शेयर रहे ITC, Tata Consumer, Dabur India और HUL के। इनमें से डाबर इंडिया के शेयरों में लोकसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद भी तेजी देखने को मिली थी। कंपनी के पोर्टफोलियो में डाबर च्यवनप्राश प्रमुख ब्रांड है, जो रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाले गुणों के चलते मार्केट में ग्राहकों की पहली पसंद बना हुआ है।

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