क्या आप भी बात बात पर गुस्सा करते हैं और फिर सोचते हैं कि बात इतनी तो नहीं थी जितना की आपने उसे तूल दे दिया। कहीं ना कहीं ये लक्षण शरीर में चल रही विटामिनस की कमी के भी हो सकते हैं। आइए चलिए जानते हैं किस विटामिंस की कमी से होती हैं ये समस्याएं ।
विटामिन बी12
बहुत अधिक चिड़चिड़ापन होने का एक कारण विटामिन बी12 की कमी भी हो सकती है। विटामिन बी12 नर्वस सिस्टम को स्वस्थ रखने और फंक्शन को बनाए लिए बहुत आवश्यक होता है। यह सेरोटोनिन और नॉरपेनेफ्रिन जैसे न्यूरोट्रांसमीटर के उत्पादन में बहुत अहम भूमिका निभाता है, जो मूड और व्यवहार को नियंत्रित करते हैं। जब शरीर में विटामिन बी12 की कमी होती है, तो यह न्यूरोलॉजिकल प्रक्रियाओं को प्रभावित कर सकता है जो व्यक्ति को चिड़चिड़ापन, मूड में बदलाव और अन्य व्यवहारिक परिवर्तन भी कर सकता है।
एनीमिया का भी रहता है खतरा
विटामिन बी की कमी से कमजोरी, सुन्न होने, चलने में परेशानी, मतली आने, वजन कम होना, चिड़चिड़ापन, थकान और हृदय गति में वृद्धि जैसी दिक्कतें बनी रहती है। दीर्घकालिक रूप से इस विटामिन की कमी के कारण मस्तिष्क में क्षति और
एनीमिया होने का भी खतरा हो सकता है।
विटामिन बी रीच्ड फल व सब्जियां
केला
केला विटामिन B12 का अच्छा स्रोत है। इसमें विटामिन सी, विटामिन बी6, पोटैशियम, मैग्नीशियम, फाइबर, और अन्य पोषक तत्व पाए जाते हैं जो कि शरीर को ऊर्जावान बनाते हैं।
चुकंदर
चुकंदर जिसे विटामिन बी12 का पावरहाउस कहा जाता है।चुकंदर में काफी मात्रा में स्वास्थ्यवर्धक तत्व मौजूद होते हैं। चुकंदर में प्रचुर मात्रा में विटामिन, खनिज, कैल्शियम और पाया जाता है। इसे शरीर में हीमोग्लोबिन की मात्रा को बढ़ाने, एनीमिया को दूर करने और ब्लड प्रेशर की समस्या को कम करने में चुकंदर काफी फायदेमंद साबित हुआ है।
पालक
पालक आयरन का सबसे अच्छा स्रोत होने के साथ ही इसमें विटामिन बी12 भी भरपूर मात्रा में मौजूद है। इसे आप सब्जी के रूप में और स्मूदी और सलाद के रूप में भी इसका सेवन कर सकते हैं।
जल्द से करा लें उपचार
यदि विटामिन बी12 की कमी का इलाज नहीं किया जाता है, तो यह स्थायी गंभीर दुष्प्रभाव पैदा कर सकता है जो तंत्रिका तंत्र और मस्तिष्क को प्रभावित करता है। विटामिन बी12 की कमी के अधिक गंभीर दुष्प्रभावों में शामिल हैं। अनुपचारित विटामिन बी12 की कमी से गंभीर न्यूरोलॉजिकल (तंत्रिका तंत्र) क्षति हो सकती है, जिससे व्यक्ति को मृत्यु का अधिक खतरा हो सकता है। पर्निशियस एनीमिया, विटामिन बी 12 की कमी के कारण लाल रक्त कोशिकाओं के उत्पादन में कमी, स्थायी न्यूरोलॉजिकल क्षति का कारण बन सकती है जिसका इलाज न होने पर मौत हो सकती है।
नोट- डॉक्टर के परामर्श के बाद ही विटामिन बी12 से भरपूर दवाइयों का सेवन करें