आज प्रातः 10 बजे से सायं 5 बजे तक विद्युत आपूर्ति रहेगी बाधित 

आज प्रातः 10 बजे से सायं 5 बजे तक विद्युत आपूर्ति रहेगी बाधित 

दीपावली पर्व से पूर्व विद्युत उपकेंद्रों के आवश्यक अनुरक्षण हेतु दिनांक 06 अक्टूबर 2025 को विद्युत आपूर्ति बाधित रहेगी

विद्युत वितरण खण्ड अल्मोड़ा के सम्मानित विद्युत उपभोक्ताओं को सूचित करना है कि 132/33 के. वी. उपसंस्थान स्यालीधार से पिटकुल में दीपावली पर्व के उपलक्ष्य में आवश्यक अनुरक्षण कार्य के प्रस्तावित होने के चलते निम्न स्थानों पर विद्युत आपूर्ति निम्नानुसार बाधित रहेगी।

प्रभावित क्षेत्र: 

अल्मोड़ा शहरी क्षेत्र से जुड़े सभी विद्युत उपभोक्ता तथा ग्रामीण क्षेत्र जैसे लमगड़ा, दन्या, जैंती, हवलबाग, कोसी एवं कोसी बाजार, जागेश्वर, सोमेश्वर, ताकुला, कौसानी, धौलादेवी, भैसियाछाना, सेराघाट, बाड़ेछीना, धौलछीना क्षेत्र से जुड़े सभी विद्युत उपभोक्ता

अल्मोड़ा। पावर ट्रांसमिशन कारपोरेशन ऑफ उत्तराखण्ड लिमिटेड (PTCUL) द्वारा दीपावली पर्व से पूर्व विद्युत आपूर्ति व्यवस्था को सुदृढ़ एवं निर्बाध बनाए रखने के उद्देश्य से 132 केवी उपकेंद्रों पर आवश्यक अनुरक्षण एवं मरम्मत कार्य किए जाने का निर्णय लिया गया है। इस हेतु 6 अक्टूबर 2025 को निर्धारित समयावधि में विद्युत आपूर्ति बाधित रहेगी।

प्रातः 10:00 बजे से सायं 5:00 बजे तक नहीं रहेगी बिजली

कारपोरेशन के अधिशासी अभियंता (परिचालन एवं अनुरक्षण) कार्यालय, 132 केवी उपकेंद्र परिसर, अल्मोड़ा से प्राप्त जानकारी के अनुसार, 132 केवी उपकेंद्र अल्मोड़ा एवं 132 केवी उपकेंद्र रानीखेत पर अनुरक्षण कार्य हेतु शटडाउन प्रस्तावित किया गया है।

निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार, 6 अक्टूबर 2025 को प्रातः 10:00 बजे से सायं 5:00 बजे तक 132 केवी उपकेंद्र, अल्मोड़ा से पोषित सभी 33 केवी फीडरों की आपूर्ति बाधित रहेगी। इसी प्रकार, 132 केवी उपकेंद्र, रानीखेत से पोषित सभी 33 केवी फीडरों की विद्युत आपूर्ति भी उपरोक्त समयावधि में बाधित रहेगी।

उपभोक्ताओं को विद्युत आपूर्ति उपलब्ध नहीं हो सकेगी

कारपोरेशन द्वारा बताया गया है कि इस अवधि में अनुरक्षण कार्य के दौरान सभी संबद्ध उपभोक्ताओं को विद्युत आपूर्ति उपलब्ध नहीं हो सकेगी। इस संबंध में विद्युत उपभोक्ताओं से सहयोग एवं समझदारी की अपेक्षा की गई है। साथ ही संबंधित सोलर प्लांट एवं हाइड्रो पावर प्लांट को भी अग्रिम सूचना प्रेषित कर दी गई है, जिससे उनके कार्य प्रभावित न हों और आवश्यकतानुसार वैकल्पिक व्यवस्था की जा सके।

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