श्रेष्ठ तीन हरेला टोकरियों को मुख्यमंत्री को किया जायेगा भेंट
पर्वतीय महापरिषद ने लखनऊ में हरेला पखवाड़ा मनाया। हरेला उत्तराखण्ड का प्रकृति व पर्यावरण से जुड़ा हुआ महत्वपूर्ण त्यौहार है। पर्वतीय महापरिषद के अध्यक्ष गणेश चन्द्र जोशी ने बताया कि पर्वतीय महापरिषद द्वारा इस बार एक विशेष अंदाज में हरेला पर्व मनाया गया।
महिलाओं ने पारंपरिक उत्तराखंडी परिधानों में विभिन्न प्रकार की सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दीं और श्रेष्ठ तीन हरेला टोकरियों का चयन किया । जिन्हें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भेंट किया जाएगा।
जी रैया जागी रैया, जुग जुग बची रैया (हरेला गीत) प्रस्तुत किया गया इस मौके पर श्रेष्ठ हरेला को शिव-पार्वती सम्मान तथा श्रेष्ठ परिधान युक्त महिला को श्रेष्ठ परिधान सम्मान से अलंकृत किया गया।
महापौर सुषमा खर्कवाल ने सभी को हरेला पर्व की शुभकामनाऐं दी। रेखा बिंग्याल, टीएस मनराल, केएन चंदोला सहित पर्वतीय समाज के अनेक गणमान्य लोग कार्यक्रम में मौजूद रहे।इस अवसर पर पर्वतीय महा परिषद के उपाध्यक्ष (सांस्कृतिक प्रभारी) महेन्द्र पंत की रचना, जी रैया जागी रैया, जुग जुग बची रैया (हरेला गीत) प्रस्तुत किया गया ।
उपाध्यक्ष महेन्द्र पंत और सरोज खुल्वे की मधुर आवाज में गीत का प्रस्तुतीकरण हरेला प्रतियोगिता में भाग ले रही महिलाओं ने किया।श्रेष्ठ हरेला प्रतियोगिता के विजेता श्रेष्ठ हरेला प्रतियोगिता में प्रथम शिव पार्वती सम्मान दीपा जोशी, भारती काण्डपाल (द्वितीय), दीपा मिश्रा (तृतीय), निर्मला उपाध्याय को सांत्वना पुरस्कार मिला। श्रेष्ठ परिधान प्रतियोगिता के विजेता श्रेष्ठ परिधान प्रतियोगिता में प्रथम पुरस्कार विमला बोरा गोमती नगर, द्वितीय बबिता जोशी, तृतीय दीप्ति जोशी, सांत्वना पुरस्कार दीपा बोरा को प्रदान किया गया।