फ्रांस में सत्रह वर्षीय किशोर की मौत के बाद पांच दिन से जारी हिंसा के दौरान लगभग तेईस सौ से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया गया है। फ्रांस के गृह मंत्री जेराल्ड डर्मानिन ने बताया कि रविवार तड़के तीन बजे तक पूरे देश में कुल 4 सौ 86 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। अब तक देश में 2,300 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है, कई शहरों में कर्फ्यू लगाया गया है ।
नम आंखों से दी किशोर को विदाई
उन्होंने बताया कि मंगलवार को पैरिस के उपनगर नानट्रे में नाहिल एम की मौत के बाद फैली हिंसा में सुरक्षाबलों की कड़ी कार्रवाई के बाद अब कमी आई है। अल्जीरियाई और मोरक्को मूल के किशोर को कल दफनाया गया। स्थानीय खबरों में बताया गया है कि किशोर की अंतिम यात्रा में बड़ी संख्या में लोग पहुंचे और मीडिया को इससे दूर रहने को कहा गया था।
हिंसा से निपटने के लिए 45 हजार पुलिस कर्मी और कई बख्तरबंद वाहन तैनात
इससे पहले, फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने देश में हिंसा को देखते हुए जर्मनी की अपनी निर्धारित यात्रा स्थगित कर दी है। स्थानीय मीडिया ने बताया कि हिंसा से निपटने के लिए 45 हजार पुलिस कर्मी और कई बख्तरबंद वाहन तैनात किए गए हैं। फ्रांस की सरकार ने बताया है कि हिंसा से पैरिस से लेकर मार्सिली और लॉयन तथा फ्रैंच गयाना में बड़े पैमाने पर संपत्ति का नुकसान हुआ है। फ्रैंच गयाना में अज्ञात हमलावरों की गोली लगने से 54 वर्षीय व्यक्ति की मौत हो गई।
कौन था नाहेल?
पुलिस ने जिस 17 वर्षीय नाहेल को गोली मारी, वो अपनी मां की इकलौती संतान था। वो डिलीवरी ब्वॉय का काम करता था और रग्बी का लीग प्लेयर था। उसे शहर के नजदीक सरेसनेस के कॉलेज में भर्ती कराया गया था। वहां उसे इलेक्ट्रिशियन के तौर पर ट्रेनिंग लेने के लिए भेजा गया। नानतेरे में उसके घर के आसपास रहने वाले उसे अच्छे स्वभाव का किशोर बताया है। वो अपनी मां मॉनिया के साथ रहता था उसके पिता के बारे मे किसी को जानकारी नहीं है। नाहेल का आपराधिक रिकार्ड नहीं रहा है। लेकिन पुलिस उसे जानती थी। जिस दिन उसे गोली मारी गई उस दिन उसने अपनी मां को ड्यूटी पर जाते वक्त बड़़े प्यार से विदा किया था। दरअसल नाहेल नाम का एक युवक जो कि डिलिवरी ब्वॉय का काम करता था, उसके वाहन को ट्रैफिक चेकिंग के दौरान रुकने को कहा गया। इस पर नाहेल नहीं रुका और अपनी कार को आगे बढ़ा दी। पुलिस को नाहेल संदिग्ध लगा जिसके बाद पुलिस ने नाहेल को गोली मार दी।
पुलिस अधिकारी पर मामला दर्ज
वहीं गोली मारने वाले पुलिस अधिकारी पर हत्या का आरोप दर्ज कर लिया गया है। हालांकि नानतेरे को गोली मारने वाले पुलिस अफसर ने उनके परिवार से माफी मांग ली है। लेकिन 17 वर्षीय इस अल्जीरियाई मूल के इस किशोर की मौत के बाद लोग, पुलिसिंग और फ्रांस के उपनगरों की पुलिस में नस्लीय प्रोफाइलिंग का सवाल उठा रहे हैं।