अच्छी नींद लेना स्वास्थ्य के लिए बेहद जरूरी, नहीं आती नींद तो करें ये उपाय
अच्छी नींद लेना हम सभी के जीवन का बहुत जरूरी हिस्सा है। लेकिन आज की भाग दौड़ भरी जिंदगी और बदलते हुए लाइफस्टाइल ने नींद पर भी असर डाला है। बिस्तर पर जाने के बाद भी घंटों नींद के लिए स्ट्रगल करना पड़ता है। नींद ना आने की एक खास वजह सोते समय सोचने की आदत हो सकती है। सोने के लिए बिस्तर पर जाने के बाद भी जब दिमाग में कुछ ना कुछ बातें चलती रहती हैं तब नींद ना आना स्वाभाविक सी बात है। सोते समय सोचने की आदत, ओवरथिंकिंग की वजह से हो सकती है। आज हम आपको आसान सा तरीका बताने वाले हैं जिससे आपका दिमाग तुरंत शांत हो जाएगा और आपको नींद आ जाएगी।
वॉकिंग मेडिटेशन से मिलेगा लाभ
मेडिटेशन दिमाग को शांत रखने का सबसे बढ़िया उपाय है। सोते समय यदि आप सोचने की आदत से परेशान हैं और बिस्तर पर लेटने के बाद दिमाग में आ रहे तरह-तरह के विचार आपको करवट बदलने पर मजबूर कर रहे हैं, तो आपके लिए वॉकिंग मेडिटेशन करना सबसे फायदेमंद है।
ऐसे करें वॉकिंग मेडिटेशन
वॉकिंग मेडिटेशन यानी चलते हुए मेडिटेशन करना। वॉकिंग मेडिटेशन रात में सोने से पहले किया जाता है। इसे करने के लिए सबसे पहले कोई शांत जगह चुनें। यह जगह आपके घर की छत, घर के आस–पास मौजूद कोई पार्क आदि हो सकती है। कम से कम 10 मिनट के लिए वॉकिंग मेडिटेशन करने से ओवरथिंकिंग की आदत को काफी हद तक कम किया जा सकता है। वॉकिंग मेडिटेशन करने के लिए सबसे ध्यान देने वाली बात यह है कि जब भी आप वॉकिंग मेडिटेशन कर रहे हों तब आप अपने चलने की स्पीड को पूरे टाइम बराबर रखें। इस दौरान आप अपना पूरा ध्यान अपनी सांसों की आवाज पर रखें।
वॉकिंग मेडिटेशन से ओवरथिंकिंग होगी कम
वॉकिंग मेडिटेशन के जरिए ओवरथिंकिंग की समस्या को काफी हद तक कम किया जा सकता है। जब आप 10 मिनट तक सभी नेगेटिव विचारों को अपने से दूर करके पूरा ध्यान अपने चलने की स्पीड और अपनी सांसों पर लगाएंगे तो इससे काफी हद तक ज्यादा सोचने की आदत को कंट्रोल कर सकेंगे। इस तरह से अन्य विचारों से आपका ध्यान हटेगा और दिमाग शांत होगा, शरीर में थकान होगी और नींद अच्छी आएगी।