महाविद्यालय पिथौरागढ़ में दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी का हो रहा आयोजन, देश-विदेश से आए अतिथियों ने किया प्रतिभाग
सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय के पिथौरागढ़ कैंपस एलएसएम गवर्नमेंट पीजी कॉलेज में इतिहास विभाग द्वारा उत्तराखंड का स्थापत्य हस्तशिल्प एवं लोक कला विषय को लेकर दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया जा रहा है
महाविद्यालय पिथौरागढ़ में दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी में प्रथम दिवस मुख्य अतिथि नरसिंह (दार्चुला, नेपाल), जिला पंचायत अध्यक्ष दीपिका बोहरा, प्रोफेसर आर ए सिंह प्राचार्य गरुडाबाज,डा वी पी भट्ट, साइंटिस्ट हर्बल, बसंती देवी पद्मश्री,डा पंकज जोशी,जिला पशु चिकित्सा अधिकारी, प्रोफेसर जीत सिंह ज्याला, प्राचार्य, प्रोफेसर लच्छी लाल वर्मा, प्राचार्य प्राचार्य महाविद्यालय पिथौरागढ़ प्रोफेसर पुष्कर सिंह विष्ट, निदेशक डा हेमचंद्र पांडे, राजेन्द्र पंत, लघु उद्योग निगाल,पवन कार्की मुवानी, मनोहर सिंह पांगती लघु उद्योग कालीन अंगूरा,एपन लघु उद्योग कु नितू पुनेठा तथा कु खड़ायत आफ लाईन वक्ता के रूप में महाविद्यालय पिथौरागढ़ परिवार के समस्त छात्र-छात्राओं, शोधार्थियों एन एस एस,एन सी सी कैंडिट, छात्र संघ पदाधिकारियों के साथ इन लाइन प्रोफेसर यशवंत सिंह कटोच, पद्मश्री पुरातत्ववेत्ता, इतिहासकार, गढ़वाल, प्रोफेसर वीनू पंत इतिहास सिक्किम विश्वविद्यालय, प्रोफेसर दया पंत, सेवानिवृत्त इतिहासज्ञ,श्री रित्विक किशन राय, वरिष्ठ न्याय वेता, हाईकोर्ट बंगलौर ने विषय पर अपने विचार व्यक्त किए।
कार्यक्रम की संयोजिका प्रोफेसर सरोज वर्मा ने स्थापत्य हस्तशिल्प एवं लोककला पर विषय की बृहद जानकारी साझा कर सभी अतिथियों का साधुवाद धन्यवाद दिया।श्री शिवकुमार बरनवाल, एडीएम सिटी पिथौरागढ़ भी उपस्थित रहे।