महिलाओं के प्रति बढ़ती हिंसाएं एक सोचनीय प्रश्न पर राजकीय महाविद्यालय शीतलाखेत में व्याख्यान आयोजित
राजकीय महाविद्यालय शीतलाखेत में बोधिसत्व व्याख्यान माला के अंतर्गत महिलाओं के प्रति बढ़ती हिंसाएं एक सोचनीय प्रश्न पर व्याख्यान का आयोजन किया गया।
महिला हिंसा एवं इसके कारण तथा निवारण के बारे में हुई चर्चा
जहां वक्ता के रूप में समाजशास्त्र की प्राध्यापिका डॉ. सीमा प्रिया द्वारा महिला हिंसा एवं इसके कारण तथा निवारण के बारे में विस्तार से चर्चा की गई। महिला हिंसा क्या होती हैं, क्यों प्राचीन काल से लेकर आधुनिक युग तक महिलाएं रोज किसी न किसी प्रकार की हिंसाओं का शिकार हो रही है इस पर चर्चा की गई।
तमाम जानकारियां छात्र-छात्राओं को प्रदान की गई
विभिन्न प्रकार की महिला हिंसा जैसे घरेलू हिंसा, कार्यस्थल पर हिंसा, सामाजिक हिंसा, अपराधिक हिंसा, साइबर अपराध एवं नाबालिक यौन हिंसा इन सब पर विस्तार से चर्चा हुई एवं उनके निवारण हेतु बने तमाम कानूनी एवं संवैधानिक अधिकारों, अधिनियमों जैसे घरेलू हिंसा संरक्षण अधिनियम 2005, सी बॉक्स पोर्टल,विशाखा दिशा निर्देश, सेक्सुअल हैरेसमेंट एट वर्कप्लेस प्रिवेंशन प्रोहिबिशन एंड रिड्रेसल एक्ट 2013, नेत्र इंटरनेट सर्विलांस सिस्टम, पोक्सो एक्ट 2012, एवं हाल ही में पश्चिम बंगाल में विधानसभा में सर्वसम्मति से पारित विधेयक अपराजिता महिला एवं बाल विधेयक 2024 आदि ऐसे तमाम जानकारियां छात्र-छात्राओं को प्रदान की गई।
इस अवसर पर उपस्थित रहे
इस व्याख्यान सत्र के दौरान महाविद्यालय के प्राचार्य प्रोफेसर एल.पी. वर्मा ,कार्यक्रम संयोजक डॉ. खीमराज जोशी,सहसंयोजक डॉ. प्रकाश चंद्र जांगी, प्रोफेसर अनुपमा तिवारी, डॉ दीपिका आर्या, डॉ दिवाकर टम्टा,डॉ. ईशान गैरोला एवं समस्त छात्राएं उपस्थित रही।