प्रेसिडेंट की पहली महिला एडीसी बनी लेफ्टिनेंट कमांडर यशस्वी सोलंकी
लेफ्टिनेंट कमांडर यशस्वी सोलंकी को भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की एडीसी के तौर पर नियुक्ति मिली है। बताते चलें कि वो देश के किसी प्रेसिडेंट की पहली महिला एडीसी होंगी।
यशस्वी सोलंकी गुजरात के भरूच जिले की रहने वाली हैं। उन्होंने एक मई की ट्रेनिंग के बाद अपने जिम्मेदारी संभाली है।
एडीसी के चयन के लिए मानदंड
राष्ट्रपति की एडीसी के चयन के लिए शारीरिक मानदंड काफी कड़े होते हैं जिसमें लंबा कद 173 सेमी और फिजिकल फिटनेस की अनिवार्यता रहती है। सोलंकी बैडमिंटन और वॉलीबॉल खिलाड़ी रही हैं। इस कारण गैर स्थायी कमीशन वाले महिला अफसर के तौर पर उन्हें नियुक्ति में छूट मिली। अफसर यशस्वी सोलंकी का चयन मेडिकल फिटनेस, आईक्यू और अन्य तरह के कठिन टेस्ट के बाद किया गया। मिली खबरों के अनुसार नौसेना के एडीसी का टर्म पूरा होने के बाद तीन महिला नेवी अफसरों को चुना गया था। इन अफसरों को 15 दिन तक राष्ट्रपति भवन ट्रेनिंग के साथ टेस्ट हुआ। फिर राष्ट्रपति ने इंटरव्यू लिया और अफसर यशस्वी सोलंकी का चयन हुआ।
2012 में हुई थी भर्ती
प्रेसिडेंट के पांच एडीसी (सहायक) होते हैं, इनमें तीन थल सेना, 1-1 नौसेना और वायु सेना का अधिकारी है। तीनों सेनाओं के सर्वोच्च कमांडर के तौर पर राष्ट्रपति की मदद के लिए एड-डी-कैंप यानी एडीसी का पद बेहद अहम होता है। यशस्वी सोलंकी को 2012 में शार्ट सर्विस कमीशन के जरिये नौसेना की लॉजिस्टिक शाखा में नौकरी मिली थी।