तीलू रौतेली जयंती: 13 महिलाओं को मिला सम्मान
आज वीर बाला तीलू रौतेली की जयंती है। आज ही के दिन 8 अगस्त 1661 को उनका जन्म हुआ था।
उत्तराखंड में सत्रहवीं शताब्दी में उन्होंने 15 वर्ष की आयु में दुश्मनों के साथ 7 वर्ष तक युद्धकर 13 गढ़ों पर विजय पाई थी और वह अंत में अपने प्राणों की आहुति देकर वीरगति को प्राप्त हो गई थी।
वहीं देहरादून में विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वाली महिलाओं को तीलू रौतेली पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। प्रदेशभर की 13 महिलाओं को यह सम्मान दिया गया है। साथ ही क्षेत्र में बेहतर काम करने वाली 32 आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को भी सम्मानित किया गया। तीलू रौतेली पुरस्कार से सम्मानित 13 वीरांगनाओं में गढ़वाली लोकगायन के क्षेत्र में बेहतर काम करने वाली डॉ माधुरी बड़थ्वाल, सामाजिक क्षेत्र में गीता गैरोला, शकुंतला दताल और रीना उनियाल, साहित्य के क्षेत्र में सोनिया आर्या, खेल के क्षेत्र में प्रीति गोस्वामी, नेहा देवली, संगीता राणा, अंकिता ध्यानी और पैरा बैडमिंटन में ननदीप कौर को सम्मानित किया गया। इसी तरह साहसिक कार्य के लिए विनीता देवी, हस्तशिल्प के क्षेत्र में नर्मदा देवी रावत के साथ ही विज्ञान के क्षेत्र में सुधा पाल को वित्तीय वर्ष 2023-24 के तहत तीलू रौतेली पुरस्कार से समानित किया गया।
खेल, कला, संस्कृति, पर्यावरण, समाजसेवा आदि के क्षेत्र में दिया जाता है। 51 हजार की धनराशि, स्मृति चिह्न व प्रशस्ति पत्र इस पुरस्कार में दिया जाता है। इस दौरान वीरांगना तीलू रौतेली के जीवन पर आधारित लघु फिल्म प्रदर्शित की गई। इस मौके पर रायपुर विधायक उमेश शर्मा काऊ, उत्तराखंड संस्कृति साहित्य एवं कला परिषद की उपाध्यक्ष मधु भट्ट आदि मौजूद रहे।
प्रतिवर्ष 8 अगस्त को प्रदेश की सशक्त नारियों को उनकी उपलब्धियों के लिए ‘तीलू रौतेली पुरस्कार’ से किया जाता है सम्मानित
वर्ष 2022 से तीलू रौतेली पुरस्कार की सम्मान राशि को ₹31,000 से बढ़ाकर किया गया ₹51,000
ऑनलाइन डी०बी०टी० के माध्यम हस्तान्तरित की जाती है यह सम्मान राशि