पहलवान विनेश फोगाट ने कुश्ती को कहा अलविदा, सिल्वर की उम्मीद अभी बाकी
पहलवान विनेश फोगाट ने कुश्ती से संन्यास लेने की घोषणा की है। वहीं उनके इस फैसले से करोड़ों प्रशंसक हैरान हैं। उन्होंने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट करते हुए लिखा कि
मां कुश्ती मुझसे जीत गई, मैं हार गई। मुझे माफ कर देना, तुम्हारा सपना और मेरी हिम्मत टूट गई। अब मुझमें और ताकत नहीं है। अलविदा कुश्ती 2001-2024। मैं हमेशा आप सभी की माफी के लिए ऋणी रहूंगी।
आज हो सकता है फैसला
वहीं पहलवान विनेश ने उनका समर्थन करने के लिए सबका आभार प्रकट करते हुए कहा कि वे सबकी ऋणी रहेंगी। इससे पहले पहलवान विनेश ने खेल पंचाट में अपील करते हुए ओलंपिक का रजत पदक संयुक्त रूप से देने की अपील की थी।CAS आज ही (8 अगस्त, गुरुवार) अपना अंतरिम फैसला सुनाएगा।भारतीय दल में शामिल भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) के एक सूत्र ने पीटीआई से इस बात की पुष्टि की। सूत्र ने कहा, ‘‘हां हमें इस बारे में पता चला है। यह उनकी टीम द्वारा किया गया है’’ उनकी अपील पर आज फैसला आने की उम्मीद है।
अमेरिकी रेसलर ने उठाई नियमों में बदलाव की मांग
वहीं इसी बीच अमेरिकी रेसलर जॉर्डन बरोज ने विनेश को सिल्वर मेडल देने सहित अंतरराष्ट्रीय कुश्ती महासंघ (यूडब्ल्यूडब्ल्यू) के नियमों में बदलाव की मांग उठाई है। और उन्होंने कहा कि विनेश को सिल्वर मेडल दिया जाए। दूसरी पोस्ट में उन्होंने कहा कि यूडब्ल्यूडब्ल्यू के लिए नियमों में तत्काल ये बदलाव हों-जिसमें उन्होंने कहा कि दूसरे दिन 1 किलो बढ़े वजन तक की छूट मिले, वजन-तौल सुबह 8:30 बजे से बढ़ाकर 10:30 बजे हो, भविष्य के फाइनल में अगर विरोधी फाइनलिस्ट वजन कम करने में चूक जाता है तो उसकी हार घोषित हो, सेमीफाइनल में जीत के बाद, दोनों फाइनलिस्ट के मेडल सुरक्षित हों, भले ही दूसरे दिन वजन कम करने में चूक जाएं। गोल्ड मेडल केवल वही पहलवान जीत सकता है जो दूसरे दिन वजन कम रखता है।
वजन अधिक होने की वजह से किया अयोग्य घोषित
बता दें कि विनेश दूसरे वेट-इन (फाइनल के दिन) के दौरान वजन मापने में विफल रहीं और उन्हें टूर्नामेंट से अयोग्य घोषित कर दिया गया, जिसके बाद उनका पक्का पदक छिन लिया गया। 29 वर्षीय विनेश कुश्ती में ओलंपिक फाइनल में पहुंचने वाली पहली भारतीय महिला पहलवान बन गई थीं।