टैक्स वसूली के लिए ग्रामीण क्षेत्रों को पालिका में शामिल करने की सरकार की मंशा का होगा व्यापक विरोध- बिट्टू कर्नाटक

टैक्स वसूली के लिए ग्रामीण क्षेत्रों को पालिका में शामिल करने की सरकार की मंशा का होगा व्यापक विरोध- बिट्टू कर्नाटक

आज प्रेस को जारी एक बयान में पूर्व दर्जा मंत्री बिट्टू कर्नाटक  ने कहा कि सरकार के द्वारा अल्मोड़ा नगर पालिका को नगर निगम बनाकर ग्रामीण क्षेत्रों को नगर निगम में शामिल करने की जो साजिश की जा रही है उस साजिश का वे कड़ा विरोध करते हैं,उन्होंने कहा कि आर्थिक रूप से कमजोर ग्रामीण क्षेत्रों को नगर निगम में शामिल कर भारी भरकम टैक्स वसूलने की जो राज्य सरकार साजिश कर रही है उसे किसी भी सूरत में कामयाब नहीं होने दिया जाएगा ।

भारी भरकम शुल्क ठोकने की सरकार की कवादत बेहद दुर्भाग्यपूर्ण

बिट्टू  कर्नाटक ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में बड़ी मुश्किल से पंचायतें कार्य कर रही हैं ,गांव के विकास और सृढृढीकरण के लिए पंचायतों को मजबूत कर कार्य किये जा रहे हैं। ऐसे में नगर निगम में ग्रामीण क्षेत्रों को शामिल कर टैक्स के नाम पर भारी भरकम शुल्क ठोकने की सरकार की कवादत बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने कहा कि नगर निगम में शामिल करने से पहले सरकार को ग्रामीण क्षेत्रों की आर्थिकी, भौगोलिक परिस्थिति एवं धरातलीय परिस्थिति का गहनता से अध्ययन करना चाहिए, उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्र की जनता को कागजों में नगर निगम में शामिल कर लेने से जनता को कोई लाभ नहीं मिलने वाला।यदि सरकार जनता की भलाई चाहती है तो पहले धरातल पर ग्रामीण क्षेत्रों में जनता को रास्तों,सड़कों, रात्रि में पथ प्रकाश व्यवस्था,सीवर लाईन,खेल मैदान,समुचित पेयजल व्यवस्था उपलब्ध कराए।इसके बाद ग्रामीण क्षेत्र की भोली भाली जनता से नगर निगम के नाम पर कर वसूलने की सोचें।

रानीधारा रोड पालिका की सड़क बदहाली का सर्वश्रेष्ठ उदाहरण

बिट्टू कर्नाटक ने कहा कि आज अल्मोड़ा नगर पालिका की स्थिति यह है कि पालिका के भीतर की सड़क, पैदल मार्ग बदहाल पड़े हैं,यहां तक कि सीढ़ीनुमा रास्ते भी आज चलने लायक नहीं रहे हैं।नगर की रानीधारा रोड पालिका की सड़क बदहाली का सर्वश्रेष्ठ उदाहरण है।जब पालिका पिछले कई वर्षों में रानीधारा मार्ग की हालत ही नहीं सुधार पाई तो ऐसे में सोचने वाली बात यह है कि अन्य नगर का क्या हाल होगा, ऐसे में ग्रामीण क्षेत्रों को नगर पालिका में शामिल करने का कोई औचित्य ही नजर नहीं आता, उन्होंने कहा कि पूर्व में ग्राम सभा रैला पाली सहित कई गांवों को नगर पालिका में शामिल किया गया।आज पांच साल बाद रैला पाली सहित उन गांवों की स्थिति यह है कि न वहां सफाई हो पा रही है न पथ प्रकाश की कोई व्यवस्था है।पहले सरकार को नगर पालिका क्षेत्र अल्मोड़ा की दशा सुधारना चाहिए और जब ऐसा लगे कि अल्मोड़ा नगर पालिका क्षेत्र की सड़क,पैदल मार्ग, नाले, नालियां,मार्ग किनारे की रेलिंग, सीढ़ियां आदि सभी व्यवस्थाएं दुरुस्त हो गई हैं, साथ ही नगर पालिका क्षेत्र अल्मोड़ा के प्रत्येक कोने में लोगों को प्रकाश की पूरी व्यवस्था मिल रही है उसके बाद सरकार ग्रामीण क्षेत्रों की जनता का विश्वास प्राप्त कर उनकी सहमति के बाद ही नगर पालिका में शामिल करने की सोचे।

एडम्स से गोपाल धारा मार्ग की स्थिति बेहद जर्जर

बिट्टू कर्नाटक ने कहा कि नगर के चीनाखान का आधा किलोमीटर का क्षेत्र आज भी ऐसा है जहां पर प्रकाश के नाम पर बिजली का एक बल्ब भी नहीं लगा है।इसके साथ ही एडम्स से गोपाल धारा मार्ग की स्थिति बेहद जर्जर है।उन्होंने कहा कि नगर पालिका सुविधा तो लोगों को नहीं दे पा रही हैं लेकिन सुविधा शुल्क के नाम पर भवन कर के रूप में भारी भरकम टैक्स लोगों से ले रही है, उन्होंने कहा कि ऐसा प्रतीत होता है कि सरकार की मंशा ग्रामीण क्षेत्र से भी बड़े पैमाने पर टैक्सी वसूली की है। श्री कर्नाटक ने कहा कि किसी भी सूरत में ग्राम सभाओं को नगर पालिका में सम्मिलित करने की जो मनसा सरकार के मन में चल रही है उसे स्वीकार नहीं किया जाएगा और इसका व्यापक विरोध किया जाएगा।।

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