अब अस्पताल में युवती से छेड़छाड़ का मामला, जघन्य अपराध करने वालों पर बनाया जाए सख्त से सख्त कानून
भारत देश में अब लड़कियां कहीं भी सुरक्षित नहीं हैं क्योंकि कुछ दिनों से एक के बाद एक ऐसी वीभत्स घटनायें दिल दहला देने वाली सामने आ रही हैं। अब एक घटना फिर से हल्द्वानी से सामने आई है ।
जानें पूरा मामला
प्राप्त जानकारी के अनुसार यह मामला 17 अगस्त शनिवार को देर रात्रि का बताया जा रहा है। सुशीला तिवारी में भर्ती एक महिला मरीज की तीमारदार जिसकी उम्र 17 वर्ष हैं वह अस्पताल में चाची की सेवा करने आई हुई थी, देर रात करीब 11 बजे वह अस्पताल में वार्ड के बाहर ही टहल रही तो एक पुलभट्टा निवासी जावेद ने उससे वॉशरूम का रास्ता पूछा, और उसे चौथी मंजिल पर ले गया वहां जाकर ये दरिंदा लड़की को छेड़ने लगा, और जबरदस्ती करने लगा।
तेजी से चिल्लाने लगी युवती
इस पर जब वह लड़की चिल्लाने लगी तो जावेद ने लड़की को जान से मारने और उसके परिवार को मारने की धमकी देना शुरू कर दिया लड़की इस पर घबराई नहीं और तेजी से चिल्लाने लगी, जिसके बाद अस्पताल में आसपास के अन्य लोग पहुंचे।वहीं इस घटना के बाद से पूरी सरकारी अस्पताल की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े होने लगे हैं। सुरक्षा गार्ड अस्पताल में तैनात तो हैं लेकिन वह सुरक्षा के दृष्टिगत अस्पताल में घूमते तक नहीं , वहीं अस्पताल में सीसीटीवी व्यवस्था पूर्ण रूप से चरमराई हुई है।
कहीं भी महिलाएं सुरक्षित नहीं
वहीं देश में अलग-अलग जगहों पर हो रही घिनौनी वारदात को लेकर सामाजिक कार्यकर्ता नेगी ने दुःख व्यक्त किया ।उन्होंने कहा कि आज़ हमारे देश व प्रदेश में आए दिन महिलाओं व युवतियों से दुष्कर्म व हत्या करने का सिलसिला जारी है ये बड़ी दुःख की बात है। अभी हाल में कोलकाता की महिला डॉक्टर की दरिंदों ने दुष्कर्म के बाद हत्या कर दी। इसके लिए इन हथियारों को कड़ी से कड़ी सजा के साथ फांसी देना चाहिए ताकि आने वाले भविष्य में ऐसे अत्याचार कम हो सके।
कोर्ट को भी लेने चाहिए गंभीरता से निर्णय
प्रताप सिंह नेगी बताया आज के समय में हमारी लड़कियां ना स्कूल में सुरक्षित है,ना मेडिकल कॉलेज में सुरक्षित है,ना किसी डिपार्टमेंट में नौकरी करने वाली महिला सुरक्षित है,ना बसों में सफर करने वाली लड़कियां सुरक्षित और ना आम सफ़र करने वाली मात्र शक्ति सुरक्षित है। आये दिनों ये वारदात दिन पर दिन बढ़ती जा रही है। देश में महिलाओं को सुरक्षित रखने के लिए एक पुलिस प्रशासन ही नहीं बल्कि कोर्ट को भी अपने तरफ से इसमें गंभीरता से निर्णय लेना चाहिए।
सख्त कानून बनाए जाए
नेगी ने कहा हर जगहों पर दुष्कर्म के मामले व अश्लील वीडियो के द्वारा जबरन छोटी छोटी लड़कियों हवस का शिकार बनाने के प्रकरण चलने से हर मां बाप अपनी लड़कियों को स्कूल व कॉलेज व किसी भी डिपार्टमेंट में नौकरी के लिए भेजते हैं तो हमारे देश की युवतियां सुरक्षित नहीं है। ऐसे जघन्य अपराध करने वालों पर सख्त से सख्त कानून बनाया जाय।