वरिष्ठ साहित्यकार और पत्रकार आचार्य चन्द्र को मिला लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड

कॉन्स्टिट्यूशन क्लब में आज का प्रहरी न्यूज़ चैनल ग्रुप की ओर से आयोजित सम्मान समारोह में देश विदेश के नाना क्षेत्रों की महान विभूतियों को उनके विशिष्ट कार्यों और उपलब्धियों के लिए चिन्हित करते हुए सम्मानित किया गया।
इस कार्यक्रम में प्रसिद्ध फ़िल्म अभिनेता राकेश बेदी मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे। उच्चतम न्यायालय के जज श्री कृष्ण मुरारी ,अधिवक्ता मनोज मिश्रा भी इस सम्मान समारोह में आमंत्रित थे। इस कार्यक्रम तथा चैनल के फाउंडर चेयरमैन संतोष दुबे ने मुख्य अतिथि तथा अन्य उपस्थित अतिथियों एवं विद्वानों का पुष्प गुच्छ तथा अंग वस्त्र से सुंदर स्वागत किया।हिंदी सेवी योगेश दुबे , राजभाषा उपनिदेशक एवं विद्वान डॉ . डी . पी . मिश्र , पीठाधीश्वर आचार्य सुशील ने आज का प्रहरी के कार्यों एवं प्रगति का उल्लेख करते हुए दर्शकों को उससे परिचित कराया।

वरिष्ठ साहित्यकार तथा पत्रकार आचार्य चंद्र को अचीवमेंट अवॉर्ड से किया गया सम्मानित

वरिष्ठ साहित्यकार तथा पत्रकार आचार्य चंद्र को उनकी 60 वर्षों से भी अधिक समय की अनवरत साहित्य ,भाषा ,समाज ,शिक्षा और पत्रकारिता संबंधी  सेवा और निस्वार्थ अवदान के लिए सबसे महत्वपूर्ण और मूल्यवान सम्मान  ‘ लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड ‘.से सम्मानित किया गया। पुष्प गुच्छ ,अंग वस्त्र तथा लाइफटाइम अचीवमेंट ट्रॉफी से उनका अभिनंदन व सुंदर सम्मान किया गया।अनेक पत्र पत्रिकाओं का संपादन कर चुके आचार्य चंद्र ,अनेक राष्ट्रीय अंतराष्ट्रीय संगठनों में परामर्शदाता हैं ।उनकी अनेक पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी हैं।भव्य भारत उनकी सर्वाधिक चर्चित पुस्तक रही है।नाना पुरस्कारों और सम्मानों से सम्मानित आचार्य चंद्र महान साहित्यकार ,पत्रकार ,भाषाविज्ञानी , इतिहासकार तथा संस्कृति प्रेमी  तथा अनन्य राष्ट्र प्रेमी साधक हैं।सादा जीवन और उच्च विचार उनके जीवन का ध्येय मंत्र  है।

तुलसी न लसे ,कविता लसी पा तुलसी की कला

राजभाषा अधिकारी मिश्रा ने कहा आचार्य चंद्र को सम्मानित कर स्वयं समूचा पत्रकारिता एवं साहित्य जगत कृतकृत्य हुआ है।जैसे ‘कविता करके तुलसी न लसे ,कविता लसी पा तुलसी की कला। ‘

भारतीय ऋषि मुनियों और ज्ञान परंपराओं को समर्पित किया अवॉर्ड

सत्यम भास्कर ने कहा पूरे समारोह में सर्वाधिक शोभायमान व्यक्तित्व  आचार्य चंद्र का है उनकी गरिमा उनके गंभीर व्यक्तित्व को प्रतिबिम्बित कर रही है। आचार्य चंद्र ने सभी को सहजता और समरसता के साथ साहित्य लेखन और साहसिक और निर्भीक निष्पक्ष पत्रकारिता करने का संदेश दिया और इस लाइफटाइम अवॉर्ड को उन्होंने भारतीय ऋषि मुनियों और ज्ञान परंपराओं को समर्पित किया।आचार्य चन्द्र के साथ उनकी प्रेरणादायक अर्धांगिनी विदुषी राजकुमारी मिश्र को भी आयोजन समिति के ओर से सम्मानित किया गया।
संस्कृतिक कार्यक्रम के साथ सम्मान समारोह  का भव्य समापन हुआ।

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