सोच द्वारा “My Health My Right” परियोजना का शुभारंभ, स्वास्थ्य के अधिकारों को लेकर किशोरियों के बीच जागरूकता की अनूठी पहल

सोच द्वारा “My Health My Right” परियोजना का शुभारंभ, स्वास्थ्य के अधिकारों को लेकर किशोरियों के बीच जागरूकता की अनूठी पहल

सोच संस्था ने adolescent health के क्षेत्र में एक नई और सशक्त पहल करते हुए “My Health My Right” नामक जागरूकता अभियान की शुरुआत की है। इस अभियान के  तहत सोच संस्था उत्तराखंड राज्य के दो जिलों अल्मोड़ा और बागेश्वर के स्कूलों में  खेल के माध्यम से छात्रों को मासिक धर्म और अन्य सामाजिक विषयों को लेकर जागरूकता को लेकर कार्य करेगी, जिससे छात्रों को शारीरिक और मानसिक रूप से मजबूत और सशक्त बनाया जा सके। इस वर्ष यह कार्यक्रम **राजकीय हाइस्कूल, आरे (जिला बागेश्वर) तथा आर्य कन्या इंटर कॉलेज, अल्मोड़ा* में किया जाएगा। पिछले वर्ष यह कार्यक्रम अल्मोड़ा जिले के एडम्स इंटर कॉलेज में किया गया था।

परियोजना का उद्देश्य

इस परियोजना का मूल उद्देश्य किशोरियों को उनके स्वास्थ्य अधिकारों के प्रति सजग करना है। अभियान विशेष रूप से मासिक धर्म स्वच्छता, मानसिक स्वास्थ्य, पोषण, और व्यक्तिगत स्वच्छता जैसे अन्य सामाजिक विषयों पर केंद्रित है, जिन्हें अब भी ग्रामीण और अर्ध-शहरी क्षेत्रों में चर्चा के लिए वर्जित माना जाता है। यह पहल इस चुप्पी को तोड़ने, मिथकों को दूर करने और स्वस्थ संवाद को प्रोत्साहित करने का प्रयास है।

नेतृत्व और कार्यान्वयन

इस महत्त्वपूर्ण अभियान का नेतृत्व *सोच संस्था के संस्थापक आशीष पंत द्वारा बागेश्वर जिले में किया जाएगा। वहीं *संस्था के सह-संस्थापक राहुल जोशी* द्वारा अल्मोड़ा जिले में इस अभियान के क्रियान्वयन किया जाएगा। दोनों सामाजिक कार्यकर्ताओं ने यह सुनिश्चित किया कि अभियान की हर गतिविधि किशोरियों की समझ और भागीदारी के अनुसार डिजाइन की जाए।

मई से दिसंबर तक चलेगा अभियान

संस्था के संस्थापक आशीष पंत ने जानकारी दी कि यह अभियान मई से दिसंबर 2025 तक विभिन्न चरणों में संचालित किया जाएगा। अल्मोड़ा के आर्य कन्या इंटर कॉलेज और बागेश्वर के आरे हाइस्कूल में तो यह कार्यक्रम संस्था के कार्यकर्ताओं द्वारा वर्ष भर संचालित किया जाएगा। इसके अतिरिक्त उत्तराखंड के विभिन्न विद्यालयों और महाविद्यालयों में छात्राओं के साथ संवाद, खेल, समूह गतिविधियाँ, पोस्टर प्रतियोगिताएँ और इंटरैक्टिव सेशन के माध्यम से मासिक धर्म से संबंधित जागरूकता फैलाई जाएगी। उन्होंने आगे कहा कि हमारा उद्देश्य केवल जानकारी देना नहीं, बल्कि छात्राओं को यह महसूस कराना है कि मासिक धर्म जैसे जैविक और स्वाभाविक विषयों पर खुलकर बात करना उनका अधिकार है। जब तक हम इस विषय पर चुप्पी नहीं तोड़ेंगे, तब तक सामाजिक बदलाव संभव नहीं है।

26 मई को होगा शुभारम्भ

संस्था के सह संस्थापक राहुल जोशी ने बताया कि कार्यक्रम को लेकर बागेश्वर और अल्मोड़ा के प्राचार्यों से मिलकर सहमति ले ली गई है और बागेश्वर में कार्यक्रम शुरू कर दिया गया है जबकि अल्मोड़ा जिले में कार्यक्रम का शुभारंभ 26 मई को पूर्व दर्जा मंत्री बिट्टू कर्नाटक की उपस्थिति में होगा। उन्होंने आगे कहा कि कार्यक्रम का उद्देश्य सिर्फ जागरूकता नहीं है बल्कि छात्रों में नेतृत्व क्षमता का विकास करना और अपने समाज के प्रति एक जिम्मेदार व्यक्ति बनाना है।

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