अनंत चतुर्दशी पर दस दिनों तक चलने वाले गणेश महोत्सव का समापन गुरुवार को किया गया। बप्पा तू अगले बरस फिर आना के नारों के साथ भक्तों ने बप्पा को विदा किया। गणेश मंडलों ने ढोल-नगाड़ों और ‘गणपति बप्पा मोरया’ के जयकारों के साथ विघ्नहर्ता की प्रतिमाओं के विसर्जन किया।
पुष्पवर्षा के साथ भगवान गणेश जी की शोभा यात्रा निकाली
मुम्बई में दस दिन चला गणेशोत्सव हर्षोल्लास तथा धूमधाम के साथ सम्पन्न हो गया। समूचे शहर में पुष्पवर्षा के साथ भगवान गणेशजी की शोभा यात्रा निकाली गई। लाखों श्रद्धालुओं ने सडकों पर गणपति बाप्पा मोरया, अगले बरस फिर जल्दी आना का उदघोष करते हुए शोभा यात्रों में हिस्सा लिया। प्रसिद्ध लालबागचा राजा की प्रतिमा के विसर्जन का जुलूस आकर्षण का मुख्य केंद्र रहा। उत्सव के दौरान भगवान गणपति के दर्शन के लिए सबसे अधिक भीड़ यहीं देखी गई। यहां विसर्जन यात्रा 11 बजकर करीब 30 मिनट बजे शुरू हुआ और बप्पा के दर्शन के लिए बड़ी संख्या में भक्त सड़कों के दोनों ओर प्रतीक्षा करते दिखे।
शाम छह बजे तक कुल गणेश जी की 7,950 प्रतिमाओं का किया गया विसर्जन
बीएमसी के एक अधिकारी ने बताया कि शाम छह बजे तक कुल 7,950 प्रतिमाओं का विसर्जन किया जा चुका है, जिनमें घरों में स्थापित की गईं 7513, सार्वजनिक स्थानों पर स्थापित की गईं 329 और देवी गौरी की 108 प्रतिमाएं शामिल हैं। बीएमसी के आंकड़ों के मुताबिक 7,950 में से 2,199 प्रतिमाओं का विसर्जन नगर निकाय द्वारा स्थापित कृत्रिम तालाबों में किया गया।