उत्तराखंड: अवैध रूप से चल रहे एक मदरसे को किया गया सीज, संचालक पर शोषण के आरोप

यहां पुलिस ने अवैध रूप से चल रहे एक मदरसे को सीज किया । मदरसे में 22 लड़कियां और दो लड़के थे जिन्हें पुलिस ने बच्चों को उनके परिजनों के सौंप दिया है।

बच्चों ने मदरसा संचालक पर लगाए शोषण के आरोप

किच्छा में अवैध रूप से चल रहे एक मदरसे को पुलिस ने सीज किया।  मदरसे में 24 बच्चे थे, जिन्हें बंद कमरे में रखा गया था, पुलिस पूछताछ में बच्चों ने मदरसा संचालक पर शोषण के आरोप लगाए हैं, जिसके बाद मदरसा संचालक महिला खातून बेगम पत्नी इरशाद निवासी हरेरपुर हसन थाना जलालाबाद जिला पीलीभीत को गिरफ्तार कर लिया गया है, लेकिन उसका पति इरशाद फरार हो गया। मौके पर मौजूद महिला ने बताया कि उसका पति इरशाद पिछले 4 साल से मदरसे संचालित कर रहा है, पुलिस ने बच्चों को उनके परिजनों के सौंप दिया है, और मदरसे को सीज कर दिया गया है।

सभी बच्चे नाबालिग

पुलिस आजकल बाहरी व्यक्तियों और मदरसों में सत्यापन की कार्रवाई कर रही है। इसी बीच पूछताछ में यह भी पता चला है कि सभी बच्चों को यहां पर बड़ी डिग्री देने और सरकारी नौकरी दिलाने का भी झांसा दिया जाता था, जो 22 लड़कियां और दो लड़के मिले हैं उनके उम्र 5 से 17 वर्ष के बीच है। यह बच्चे बरेली, बहेड़ी, पीलीभीत व उत्तराखंड के रहने वाले हैं।

मजहबी शिक्षा के साथ ही धार्मिक कट्टरता के लिए प्रेरित करने के मिले साक्ष्य

बाल कल्याण समिति की टीम को काउंसलिंग के दौरान पता लगा कि मदरसे में बच्चों से बंधुआ मजदूरों की तरह काम करवाया जाता था। इतना ही नहीं मदरसे में मजहबी शिक्षा के साथ ही धार्मिक कट्टरता के लिए प्रेरित करने के साक्ष्य भी पुलिस को मिले हैं। पुिलस का कहना है कि दोषियों को सख्त सजा दिलाई जाएगी।

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