आज उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी सचिवालय में आपातकालीन परिचालन केंद्र पहुंचे। जहां उन्होंने अधिकारियों संग स्थिति की समीक्षा की। मुख्यमंत्री धामी ने कहा है कि प्रदेश में प्राकृतिक आपदा से बेघर हुए परिवारों के पुनर्वास और माता-पिता खोने वाले बच्चों के लिए जल्द योजना लाई जाएगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अतिवृष्टि के कारण प्रदेश में सड़कों, पुलों, मकानों, फसलों, बिजली और पानी की लाईनों का काफी नुकसान हुआ है। धामी ने आज राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र में अधिकारियों से प्रदेश में हो रही भारी बारिश और उससे हुए नुकसान की जानकारी लेते हुए ये बातें कहीं।
नुकसान का प्रारंभिक रूप में सर्वे किया गया
उन्होंने कहा कि अतिवृष्टि से एक हजार करोड़ से भी अधिक की परिसम्पति का प्रदेश को नुकसान हुआ है। भारत सरकार की टीम ने राज्य में हो रहे नुकसान का प्रारंभिक रूप में सर्वे भी किया है। आपदा से हो रहे नुकसान का आकलन करने के लिए राज्य सरकार से भी भारत सरकार को पत्र भेजा रहा है। मुख्यमंत्री ने सभी जिलाधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि जनपदों में खाद्यान्न से संबंधित सभी वस्तुओं के साथ ही दवाओं की भी पर्याप्त उपलब्धता रखी जाए। इसके अलावा मुख्यमंत्री ने शासन के उच्चाधिकारियों और सचिव आपदा प्रबंधन को भी जिलाधिकारियों से निरन्तर समन्वय बनाये रखने के निर्देश दिए हैं।
उधर मुख्यमंत्री सीएम धामी ने टिहरी और पौड़ी के जिलाधिकारी से फोन पर बातचीत कर जनपदों में हुए नुकसान की जानकारी ली। इसके साथ ही उन्होंने सभी जिलाधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि मौसम विभाग के पूर्वानुमान को ध्यान में रखते हुए जिला प्रशासन को अलर्ट मोड पर रखें और सभी सहयोगी संस्थाओं से निरन्तर समन्वय बनाये रखें।