मां की डांट से नाराज दो नाबालिगों ने की आत्महत्या
मां की डांट से नाराज होकर ज्वालापुर में नाबालिग भाई-बहन ने ट्रेन के आगे कूदकर खुदकुशी कर ली। शुरुआती जांच में सामने आया है कि मां ने बेटी को घर का काम करने के लिए कहा था। इस बात से बेटी नाराज हुई थी और भाई भी छोटी बहन के साथ निकल गया था।
ट्रेन से टकराने से हुई मौत
पुलिस को मंगलवार देररात सूचना मिली कि लालपुल रेलवे पटरी पर ट्रेन से टकराने के बाद किशोर और किशोरी के शव पड़े हैं। एसएसआई राजेश बिष्ट, एसआई प्रदीप कुमार ने टीम के साथ मौके पर पहुंचकर देखा कि शव क्षत-विक्षत हालात में थे। आसपास के लोगों को बुलाकर शवों की शिनाख्त के प्रयास किए गए। दोनों की पहचान पांवधोई कॉलोनी के बाबर मोहल्ला निवासी फारूक के सोलह वर्षीय पुत्र समीर और चौदह वर्षीय पुत्री अलीश्बा के रूप में हुई। घटना के बाद परिजनों में कोहराम मच गया। समीर के भाई ने दोनों की शिनाख्त की। ज्वालापुर कोतवाली प्रभारी रमेश तनवार ने बताया कि पोस्टमार्टम कराने के बाद शव परिजनों को सौंप दिए गए हैं।
शुरुआती जांच में यह बात सामने आई कि मां की डांट से नाराज होकर दोनों नाबालिगों ने यह कदम उठाया।नाबालिग भाई और बहन ने खुदकुशी करने से पहले ही अपने परिजनों को जानकारी दे दी थी कि वह सुसाइड कर रहे हैं। यह बात खुदकुशी करने वाले समीर ने फोन पर बड़े भाई साकिब और साजिद को कही थी। इसे बड़े भाइयों ने पुलिस के सामने साझा किया है।
पहले भी की थी खुदकुशी की कोशिश
पुलिस को भाइयों ने जानकारी दी है कि जब दोनों घर से गए तो उन्होंने कुछ देर बाद समीर के नंबर पर फोन किया। समीर ने खुदकुशी करने की बात कही थी। भाई और बहन के सुसाइड की खबर सुनकर हर कोई हैरान है। मामूली बात पर ही दोनों ने सुसाइड कर लिया। मंगलवार को भले ही बहन को डांट लगाई लेकिन बड़े भाई को किसी ने कुछ नहीं कहा था।हालांकि एक सप्ताह पहले किसी बात को लेकर भाई समीर को डांट लगाई गई थी। उस समय भी समीर खुदकुशी करने के लिए रेलवे ट्रेक के पास पहुंच गया था, लेकिन उस वक्त परिजन उसे समझा-बुझाकर वापस ले आए थे। पिछले एक सप्ताह से ही समीर इस बात को लेकर गुस्से में था। ज्वालापुर कोतवाली के एसएसआई राजेश बिष्ट ने बताया कि दोनों के पिता पेशे से ड्राइवर हैं। हादसे के वक्त पिता रुद्रप्रयाग में थे। उन्हें घटना की जानकारी दे दी गई है। आज ईद का त्योहार मनाया जाएगा। पूरे क्षेत्र में खुशियों की तैयारी चल रही थी। नए कपड़ों से लेकर मिठाई तक मंगवा ली गई थी। लेकिन मंगलवार की रात हुए हादसे के कारण ईद की खुशियां मातम में बदल गई। दोनों के आत्महत्या कर लेने से परिवार और आसपास के लोगों में कोहराम मचा हुआ है।
हर कोई इस घटना को लेकर हैरत में है कि आखिर मामूली सी बात पर नाबालिग भाई-बहनों ने यह कदम क्यों उठाया।पुलिस के मुताबिक इंद्रा बस्ती निवासी एक महिला ने भाई और बहन को रेलवे ट्रेक पर देख तो पूछा कि तुम यहां क्या कर रहे हो। सामने से ट्रेन आती देखी तो महिला ने अलीश्बा का हाथ पकड़ कर उन्हें खींचने का प्रयास किया, लेकिन तभी दोनों ने महिला को भी रेलवे ट्रेक पर खींचने की कोशिश की। महिला के दूसरे हाथ में एक पिलर आ गया। इससे महिला ट्रेक की ओर न गिरकर पिलर की ओर गिर गई। इससे महिला करीब 30 मिनट तक बेहोश रही। बाद में महिला ने पुलिस को यह जानकारी दी।