न्यायमूर्ति मनोज कुमार तिवारी को बुधवार को उत्तराखंड उच्च न्यायालय का कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश नियुक्त किया गया।
वह मुख्य न्यायाधीश विपिन सांघी के 62 वर्ष की आयु प्राप्त करने पर पद छोड़ने के एक दिन बाद शुक्रवार से कार्यभार ग्रहण करेंगे।
केंद्रीय कानून मंत्रालय द्वारा जारी एक अधिसूचना के अनुसार, न्यायमूर्ति तिवारी को 26 अक्टूबर को उत्तराखंड उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति विपिन सांघी की सेवानिवृत्ति के परिणामस्वरूप 27 अक्टूबर से उच्च न्यायालय के कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश के रूप में नियुक्त किया गया है।
बता दें कि न्यायमूर्ति मनोज कुमार तिवारी का 19 सितम्बर, 1965 को पिथौरागढ, उत्तराखंड में वकील परिवार में जन्म हुआ । उनके पिता, एनबी तिवारी एक नामित वरिष्ठ वकील और दादा राम दत्त चिलकोटी जिला पिथौरागढ़ में एक प्रमुख वकील थे। 10वीं तक की पढ़ाई केंद्रीय विद्यालय, पिथोरागढ़ में हुई। ग्रेजुएशन और पोस्ट ग्रेजुएशन राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय, पिथोरागढ़ से किया। एलएलबी उत्तीर्ण 1990 में दिल्ली विश्वविद्यालय से की । 1990 में बार काउंसिल ऑफ यूपी इलाहाबाद में दाखिला लिया और माननीय उच्च न्यायालय, इलाहाबाद में प्रैक्टिस शुरू की। वर्ष 2000 में माननीय उत्तराखंड उच्च न्यायालय के निर्माण पर, नैनीताल स्थानांतरित हो गए और माननीय उत्तराखंड उच्च न्यायालय के समक्ष वकालत की।