उत्तराखंड। वर्ष 2009 से जनपद नैनीताल के थाना लालकुआ से विगत 14 वर्ष से फरार 1,00,000/-रू0 के ईनामी हत्या के आरोपी प्रकाश पंत की आँखिरकार की हरियाणा से गिरफ्तारी हुई।
हत्या करने के बाद फरार होने पर प्रकाश से ओम प्रकाश बनकर रह रहा था हत्यारा । हत्यारे द्वारा अपनी रिश्तेदारी व जान-पहचान में अपनी नेपाल में रहने की अफवाह फैलाकर अब तक पुलिस की नजरो से बचने की तरकीब निकाली थी।
ऑपरेशन प्रहार के तहत गिरफ्तार
शातिर व इनामी अपराधियों की शतप्रतिशत गिरफ्तारी हेतु पुलिस महानिदेशक उत्तराखंड के “ऑपरेशन प्रहार” के तहत उत्तराखंड एसटीएफ द्वारा एक और बड़ी कामयाबी हासिल की गई है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एसटीएफ आयुष अग्रवाल द्वारा खतरनाक शातिर व इनामी अपराधियों की गिरफ्तारी के में अब तक “50 शातिर व खतरनाक इनामी अपराधियों की गिरफ्तारी एसटीएफ द्वारा की जा चुकी है।
स्पेशल टास्क फोर्स उत्तराखण्ड द्वारा ईनामी अपराधियों की गिरफ्तारी हेतु की गई कार्यवाही केफलस्वरूप आज 30 सितंबर को बल्लभगढ़ हरियाणा से जनपद नैनीताल के थाना लालकुंआ में पंजीकृत मुकदमें 149/2009 धारा 302 भा ० द०वि० बनाम प्रकाश पंत को गिरफ्तार किया गया।
पूरा मामला
अभियुक्त प्रकाश पंत पुत्र केशव दत्त पंत द्वारा 10 दिसंबर 2009को जमीन के बटवारे को लेकर अपने चाचा दुर्गा दत्त पंत की गोली मारकर हत्या कर दी गयी थी तथा फरार हो गया था एवं तभी से लगातार फरार चल रहा था। जिसकी गिरफ्तारी हेतु तत्समय नैनीताल पुलिस द्वारा काफी प्रयास किये गये थे परन्तु प्रकाश पंत भारत के स्थान दिल्ली, हरियाणा, बेंगलौर, तमिलनाडु, गुजरात, पूना आदि अपनी पहचान छिपा कर व अपना नाम ओमप्रकाश रख कर रह रहा था।
तथा वह वैल्डिंग के काम में दक्ष होने के कारण उसे अपनी जीविका चलाने में दिक्कत नहीं हो रही थी और उसे आसानी से काम मिल जाता था। वह समय-समय पर अपने छिपने का स्थान बदलकर वैल्डिंग की दुकानो / फैक्ट्री में काम कर रहा था।
जमीनी विवाद को लेकर 2009में की थी हत्या
घटना के सम्बन्ध में अभियुक्त प्रकाश पंत ने बताया कि मैं पहले से फरीदाबाद में काम वेल्डिंग फैब्रिकेशन फीटर का काम करता था जहाँ चम्पावत में पैतृत्क जमीन थीं और मेरे चाचा जो कि विन्दुखाता लालकुंआ, नैनीताल में रहते थे।
इस जमीन के बंटवारों को लेकर मेरे पिता व मेरे चाचा दुर्गा दत्त पंत के मध्य विवाद चल रहा था, दिनाँक 10.12.2009 को में उस दिन दिल्ली से अपने चाचा के पास बिन्दुखाता जमीन के सम्बन्ध में बात करने आया और अपने चाचा को खूब समझाया परन्तु वह नहीं माने तो मैंने गुस्से में आकर तंमधे से उनको गोली मार दी, उसके बाद में वहाँ से फरार हो गया तथा हरियाणा, बंगलौर, तमिलनाडु, गुजरात, पूना आदि स्थानो पर रह रहा था* वर्ष 2016 में मैने उन्नाव, उ0प्र0 की रहने वाले एक परिवार की लडकी पूजा से शादी कर ली और में बल्लभगढ़ हरियाणा में मशीन के समान की वेल्डींग की दुकान खोल ली और विगत 07 साल से वहीं रह रहा था। वहाँ मुझे *सब ओम प्रकाश के नाम से जानते थे। वर्तमान में मेरे 07 वर्ष 04 वर्ष व 02 वर्ष के तीन बेटे है मैने अपना घर जीवन नगर गोची. बल्लभगढ, फरीदाबाद हरियाणा में मैने एक अपना घर भी बना लिया था।
आरोपी ने आगे बताया मैने अपनी रिश्तेदारी और पुराने रहने की जगह में सभी को यह अफवाह फैला दी थी कि मै अब नेपाल में रह रहा हूँ तथा अब कभी भारत वापस नही आउँगा जिससे कि पुलिस का ध्यान मेरे से हट जाये मेरी इस तरकीब से यह प्रभाव पड़ा कि सभी लोग मुझे नेपाल में रहना समझ कर मेरी खोजबीन नहीं कर रहे थे। उपरोक्त अभियुक्त की गिरफ्तारी में हे०का० अर्जुन रावत एंव का० अनिल कुमार का महत्वपूर्ण योगदान रहा।
आरोपी का नाम: प्रकाश पंत पुत्र केशव दत्त पंत निवासी ग्राम पन्यूड़ा थाना लोहाघाट जिला चंपावत हाल निवासी जीवन नगर पार्ट 2 गोची जिला वल्लभगढ़ हरियाणा है।
एस०टी०एफ० टीम में नि0 प्रदीप कुमार राणा, उ0नि0 उमेश कुमार, अ०3०नि० हितेश कुमार, हेoका० अनूप भाटी, हे०काo चमन कुमार, हे०का० कैलाश नयाल, हे0का0 अर्जुन रावत, का0 अनिल कुमार शामिल रहें।