समय पर बर्फबारी और बारिश न होने से किसानों को भारी नुकसान होने की आशंका
प्रदेश में लंबे समय से बारिश नहीं होने के कारण किसानों को अपनी फसलें खराब होने का खतरा मंडरा रहा है। बर्फबारी और बारिश की कमी के कारण उत्तरकाशी में सूखा पड़ना शुरू हो गया है। किसानों का कहना है कि समय पर बर्फबारी और बारिश न होने से सेब बागवानी और मटर व गेहूं की फसल को भारी नुकसान होने की आशंका है।
15 से 18 हजार मीट्रिक टन मटर का होता है उत्पादन
जिले में 40 हजार से अधिक किसान मटर और गेहूं की खेती करते हैं। जिले में करीब 15 से 18 हजार मीट्रिक टन मटर का उत्पादन होता है। इसकी सप्लाई दिल्ली, मेरठ, देहरादून समेत कई बाजारों में होती है। सर्वाधिक उत्पादन पुरोला, नौगांव और चिन्यालीसौड़ क्षेत्र में होता है।
जल्द ही किसानों को पौधें किए जाएंगे वितरित
जिले के मुख्य उद्यान अधिकारी डीके तिवारी ने बताया कि जिले में लंबे समय से बारिश न होने के कारण अभी तक किसानों को पौधे वितरित नहीं किए जा सके हैं। उन्होंने कहा कि अगले 10 से 15 दिनों के अंदर बारिश होते ही किसानों को जल्द ही पौध वितरित कर दिये जायेंगे।