वैभव ने पीसीएस परीक्षा में पाया प्रदेश में दूसरा स्थान,जाखनदेवी क्षेत्र में खुशी की लहर
नगर के जाखनदेवी मंदिर परिसर निवासी वैभव कांडपाल ने उत्तराखंड पीसीएस परीक्षा में प्रदेश में दूसरा स्थान हासिल किया है। उन्होंने अपनी लगन मेहनत से बल पर यह मुकाम हासिल किया है।
जाखनदेवी क्षेत्र में खुशी की लहर
परीक्षा के लिए मातृभाषा हिन्दी को अपना माध्यम बनाने वाले वैभव उन सौभाग्यशाली युवाओं में हैं जिन्हें पहले प्रयास में ही यह उपलब्धि हासिल हुई है।उन्होंने अपनी उपलब्धि का श्रेय मां जाखनदेवी के साथ ही माता लीला कांडपाल पिता राजेंद्र कांडपाल को दिया है। उनका कहना है कि जाखनदेवी मंदिर के पुजारी उनके दादा स्व पूरन कांडपाल व वर्तमान पुजारी चाचा गिरजा कांडपाल का आशीर्वाद भी उनके साथ रहा है। वैभव की इस उपलब्धि पर जाखनदेवी क्षेत्र में खुशी की लहर है।
वैभव इससे पहले आयोग की अधिशाषी अधिकारी पद की परीक्षा में प्रदेश में पहले स्थान पर रहे हैं और वर्तमान में एटीआई नैनीताल में प्रशिक्षण ले रहे हैं।
बधाई देने वालों का लगा तांता
वैभव की प्रांरभिक शिक्षा चंपावत जिले के शिशु मंदिर में हुई उन्होंने विवेकानंद विद्या मंदिर लोहाघाट से 2011 में हाईस्कूल तथा 2013 में इंटर किया। दोनों परीक्षाओं में मेरिट सूची में शामिल रहे। इसके बाद पंत विवि पंतनगर से इलेक्ट्रानिक्स व कम्यूनिकेशन में बीटेक किया और टीसीएस कंपनी में जॉब किया। आयोग की अधिशाषी अधिकारी पद के लिए ली गई परीक्षा में उत्तराखंड टापर रहे और एटीआई में प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं। पिता राजेंद्र तिवारी कुमाऊं मंडल विकास निगम के सेवानिवृत्त अधिकारी हैं जबकि मां लीला जोशी राबाइंका लोहाघाट में प्रवक्ता हैं। जबकि छोटा भाई विनीत हिन्दी विभाग में शोध कर रहा है। माता पिता बेटे की इस उपलब्धि को मां जाखनदेवी के साथ ही वैभव के दादा स्व पूरन चंद्र कांडपाल का आशीर्वाद बता रहे हैं। उनका कहना है कि इस उपलब्धि के पीछे वैभव की कड़ी मेहनत रही। वैभव इस बीच संघ लोक सेवा आयोग ( यूपीएससी) की सिविल सेवा प्रीलिम्स परीक्षा पास कर चुके हैं। उनकी उपलब्धि पर उनके घर में बधाई देने वालों का तांता लगा हुआ है।