सड़कों को ठीक करने की उठाई आवाज तो व्यापारियों, जनप्रतिनिधियों पर दर्ज हुए मुकदमे

सड़कों को ठीक करने की उठाई आवाज तो व्यापारियों, जनप्रतिनिधियों पर दर्ज हुए मुकदमे

सड़कों को ठीक करने की उठाई आवाज तो व्यापारियों, जनप्रतिनिधियों पर दर्ज हुए मुकदमे

आज देवभूमि उद्योग व्यापार मंडल अल्मोड़ा के जिले व नगर ईकाई की एक आपात बैठक आहूत की गई। जिसमें कुछ दिन पूर्व शिखर तिराहे व जाखनदेवी रोड़ पर व्यापार मंडल, स्थानीय व्यापारियों व अन्य संगठन के जनप्रतिनिधियों द्वारा उक्त सड़क पर सीवर लाइन के कार्य में देरी से व्यापारियों व आम जनमानस को हो रही परेशानी के विरोध में धरना प्रदर्शन किया गया था। जनप्रतिनिधियों की संबन्धित विभाग के अधिकारियों से वार्ता होने और कार्य को जल्द पुरा कराने के आश्वासन के पश्चात् धरना प्रदर्शन को स्थगित कर दिया गया था। उसके पश्चात् दैनिक अखबारों के माध्यम से आज देवभूमि उद्योग व्यापार मंडल अल्मोड़ा को यह जानकारी प्राप्त हुई है कि उक्त प्रदर्शनकारियों के खिलाफ पुलिस द्वारा सड़क जाम करने के मामले में मुकदमें दर्ज किए गए हैं जो कि न्याय संगत नहीं है। देवभूमि उद्योग व्यापार मंडल अल्मोड़ा व्यापार मंडल पदाधिकारीयों, व्यापारियों व जनप्रतिनिधियों पर लगाए गए मुकदमों का विरोध करता है।

सड़कों को ठीक करने की उठाई आवाज तो व्यापारियों, जनप्रतिनिधियों पर दर्ज हुए मुकदमे

बैठक में देवभूमि उद्योग व्यापार मंडल अल्मोड़ा के जिला अध्यक्ष मनोज सिंह पवार ने कहा अगर पुलिस को मुकदमें दर्ज करने ही है तो सर्वप्रथम शिखर तिराहे से जाखनदेवी सड़क के सीवर लाइन कार्य से सम्बन्धित विभाग जल निगम के अधिशासी अभियंता, ठेकेदार व अन्य इस कार्य से जुड़े जिम्मेदार आधिकारियों के खिलाफ दर्ज कर करवाई होनी चाहिए। पिछले दो माह का समय बीत जाने के पश्चात् भी प्रशासन, पुलिस व संबंधित विभाग को उस सड़क पर निवास कर रहे लोगो, व्यापारियों, वहा से आने जाने वाले लोगों, वाहनों की दिक्कतों का तो ध्यान रहा नही परन्तु दो दिन जब व्यापार मंडल, स्थानीय व्यापारियों, जनप्रतिनिधियों द्वारा सीवर लाइन के नाम पर पिछले दो माह से बदहाल की गई सड़कों को ठीक करने के लिए आवाज उठाई गई तो तभी इन्हें गाडियों में बैठे यात्रियों की दिक्कतों का एहसास हुआ और तुरंत मुकदमा दर्ज कर लिया गया।

गैर जिम्मेदार आधिकारियों पर मुकदमा होना चाहिए दर्ज

कभी प्रशासन या पुलिस ने देखा पिछले दो माह से अधिक का समय बीत जाने पर भी उस सड़क पर रहने वाले लोग, व्यापारी, आम जनमानस, गाड़ियों में सफर कर रहे लोग कितनी परेशानियों का सामना कर रहे हैं। उनकी इन परेशानियों को देखते हुए तो सर्वप्रथम गैर जिम्मेदार आधिकारियों पर मुकदमा दर्ज होना चाहिए न कि प्रदर्शनकारियों पर।

कछुआ चाल से चल रहा जाखनदेवी रोड का निर्माण कार्य

देवभूमि उद्योग नगर व्यापार मंडल अध्यक्ष संजय साह रिक्खू ने कहा कि जाखनदेवी में हो रहे कछुआ चाल से रोड के कार्य के विरोध में व्यापार मंडल, व्यापारियों व जनप्रतिनिधियों द्वारा ज्ञापन प्रेषित किए गए और प्रशासन से निवेदन किया गया था कि जल्दी इस कार्य को सुचारू रूप से चला सके जिससे कि आम जनमानस और व्यापारियों को इसका लाभ मिल सके किंतु ढाई महीने होने के उपरांत भी अभी तक वह कार्य कछुआ चाल से चल रहा है ऐसे में व्यापार मंडल के अलावा अन्य संगठनों ने भी इसका विरोध किया और मजबूर होकर चक्का जाम किया गया। इसके दुष्परिणाम यह निकले कि शासन प्रशासन ने उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर दिया जिसकी देवभूमि व्यापार मंडल घोर निंदा करता है।

एक जनप्रतिनिधि की मौत के बाद भी नहीं जागा प्रशासन

जब ढाई महीने से जाखनदेवी वाली रोड का कार्य तेजी से नहीं चल रहा था और ऐसे में एक जनप्रतिनिधि को अपने जान से हाथ धोना पड़ा उसके बाद भी प्रशासन नहीं जागा और जब देवभूमि व्यापार मंडल के सम्बन्धित विभाग जल निगम के अधिशासी अभियंता को उक्त सड़क को तीन दिन के भीतर सही करने के अल्टीमेटम बाद अन्य जनप्रतिनिधियों, व्यापारियों द्वारा हक की लड़ाई को लड़ने में सड़कों पर उतरे तो उसके बदले में शासन ने उनके खिलाफ मुकदमे दर्ज कर दिए जो न्याय संगत नहीं है। प्रशासन को पहले संबंधित ठेकेदार को बुलाकर जल्दी कार्य पूर्ण करने के निर्देश देने चाहिए थे ना कि जनप्रतिनिधियों के ऊपर मुकदमे दर्ज करने चाहिए थे।

बुजुर्ग बच्चे हो रहे चोटिल

जाखनदेवी रोड के विलंब से हो रहे कार्यों की वजह से वहा के व्यापारी लोग अपनी दुकान नहीं खोल पा रहे हैं और मिट्टी की मोटी-मोटी परत जम जाने के कारण उनका व्यापार बुरी तरह चौपट हो रहा है वहीं कई बार छोटे बच्चे स्कूल को आते जाते समय और कई बुजुर्ग लोग वहां पर चोटिल हो गए हैं ऐसे में शासन का ध्यान उस रोड को जल्दी बनाने के लिए जाना चाहिए था। शासन ने अपनी जिम्मेदारी तो नहीं निभाई लेकिन जनप्रतिनिधियों के ऊपर मुकदमा दर्ज करने में उन्होंने बड़ी एकाग्रता दिखाई।

आंदोलन को बाध्य

अगर जल्दी ही जनप्रतिनिधियों के मुकदमे वापस नहीं लिए गए तो देवभूमि व्यापार मंडल आगे की रणनीति तय करके आंदोलन करने को बाध्य होगा जिसकी संपूर्ण जिम्मेदारी जल निगम की होगी। बैठक में देवभूमि उद्योग व्यापार मंडल अल्मोड़ा के जिले व नगर के समस्त पदाधिकारीयों ने उक्त प्रकरण के विरोध में लिए गए निर्णय पर सहमति जताई।

बैठक में उपस्थित जन

बैठक में देवभूमि उद्योग व्यापार मंडल अल्मोड़ा जिला अध्यक्ष मनोज सिंह पवार, नगर अध्यक्ष संजय साह ‘रिक्खू’, प्रदेश उपाध्यक्ष मनोज वर्मा, वरिष्ठ व्यापारी व पूर्व व्यापार मंडल अध्यक्ष दिनेश गोयल, जिला प्रभारी युसूफ तिवारी, जिला कार्यकारी अध्यक्ष प्रमोद पवार ‘भीमा’, जिला महामंत्री हिमांशु कांडपाल, नगर महासचिव दीप चंद्र जोशी, जिला महिला उपाध्यक्ष वंदना वर्मा, नगर महिला उपाध्यक्ष मनु गुप्ता, जिला उपाध्यक्ष हिमांशु बिष्ट, नगर उपाध्यक्ष दीपक जोशी, आनंद सिंह भोज, जिला संयुक्त महामंत्री कमल बिष्ट, जिला संगठन मंत्री नीरज थापा ‘बिट्टू’, जिला कोषाध्यक्ष गणेश जोशी ‘गुड्डू’, नगर कोषाध्यक्ष रोहित साह, जिला मंत्री दिनेश कांडपाल, दीपक बिष्ट, दीपक नायक, नगर उपसचिव जयप्रकाश पांडे, अमन टकवाल, मनीष मल्होत्रा, सुधीर गुप्ता, राजू कुमार, जिला प्रचार मंत्री दिक्षित जोशी मौजूद रहे।

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