लोककलाओं की कार्यशाला भारतीय संस्कृति की अनूठी पाठशाला : नृत्यांगना शुभांगी

रामजस स्कूल, पूसा रोड के द्वारा पांच दिवसीय ‘ गुलमोहर ‘ नामक कार्यशाला का सुंदर एवं महत्वपूर्ण आयोजन किया गया। इसके  अंतर्गत कला ,संगीत ,नृत्य व रंगमंच विधाओं के माध्यम से विद्यार्थियों को भारतीय संस्कृति से परिचित कराने और कलात्मक प्रतिभा को निखारने का रोचक प्रयास किया गया।

पांच दिवसीय  ‘गुलमोहर ‘ कला उत्सव के अंतर्गत लोकनृत्य की अनूठी पाठशाला का संचालन किया गया

प्लस एल डी एस वर्ल्ड फाउंडेशन तथा वेलनेस फाउंडेशन के संयुक्त तत्वावधान में पांच दिवसीय  ‘गुलमोहर ‘ कला उत्सव के अंतर्गत लोकनृत्य की अनूठी पाठशाला का संचालन किया गया।उक्त फाउंडेशन की चेयरपर्सन नृत्य शिक्षिका ललिता स्वामी हैं। फाउंडेशन से सम्बद्ध सुप्रसिद्ध नृत्यांगना शुभांगी ने लोकप्रिय लोकनृत्य ‘ साम्बलपुरी ‘उड़िया लोकनृत्य से विद्यार्थियों को परिचित कराने और उन्हें इस लोकनृत्य में पारंगत बनाने के लिए कड़ी मेहनत की।

सुंदर आयोजन से विद्यार्थियों में कलात्मक रुचि और उत्साह का भी जागरण हुआ

रोंगबोती ………प्रख्यात उड़िया लोकगीत पर नृत्य सिखाने के लिए सुंदर और सरल शैली में भावपूर्ण नृत्य की बारीकियों से विद्यार्थियों  ( बालकों और बालिकाओं)को अलग अलग समूहों में नृत्य शिक्षा प्रदान की।नृत्य की भारतीय परंपरा और जीवन में नृत्य की उपयोगिता से भी परिचित कराया।अत्यंत लघु अवधि में लोकनृत्य की इस कार्यशाला के सुंदर आयोजन से विद्यार्थियों में कलात्मक रुचि और उत्साह का भी जागरण हुआ और नृत्य के गुर सीखने में भी विद्यार्थी सफल हुए जिसका परिचय उनके द्वारा उत्साहपूर्वक किये गए साम्बलपुरी नृत्य के रूप में दिखाई दिया।

नृत्य केवल एक कला ही नहीं है अपितु  यह एक उपचारक भी

नृत्य निदेशिका एवं नृत्य शिक्षिका शुभांगी ने कहा – नृत्य केवल एक कला ही नहीं है अपितु  यह एक उपचारक भी है जिसका सबसे सुंदरतम उपयोग कोरोनाकाल में  अवसाद और रुग्णता से मुक्ति के लिए किया गया।लोकनृत्य भारतीय संस्कृति का प्राणतत्व है।इस धरोहर का सर्जनात्मक उपयोग आवश्यक है।ऐसी कार्यशालाओं के आयोजन के द्वारा संस्कृति का संरक्षण होता है।

कार्यशाला में रामजस स्कूल के लगभग 150 – 200 विद्यार्थियों ने प्रतिभाग किया

इस कार्यशाला में रामजस स्कूल के लगभग 150 – 200 विद्यार्थियों ने प्रतिभाग किया।  रामजस स्कूल की शिक्षिका सुश्री निधि शर्मा तथा प्रिंसिपल सुरभि दुआ ने  नृत्यांगना शुभांगी का सम्मान करके उनको इस महनीय कार्य प्रयास के लिए धन्यवाद दिया और उनके साथ साथ  उनके फाउंडेशन की पूरी टीम की भी इस सुंदर पहल के लिए भूरी भूरी प्रशंसा की।

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