प्रदेश पुलिस ने चारधाम यात्रा के लिए संचालित 35 फर्जी हेली सेवा वेबसाइटों को ब्लॉक किया है। साथ ही फर्जी वेबसाइटों से लोगों को ठगने वाले आरोपितों को भी गिरफ्तार कर किया है। राज्य की स्पेशल टास्क फोर्स- एसटीएफ और साइबर क्राइम पुलिस ने यह कार्रवाई की है।
बिहार से दो आरोपी गिरफ्तार
फर्जी वेबसाइट मामले में पुलिस ने दो आरोपितों को बिहार के जिला शेखपुरा से गिरफ्तार किया है। गौरतलब है कि फर्जी वेबसाइट के जरिए उत्तराखंड के प्रकाश चन्द्र पुरोहित से 61 हजार 5 सौ रुपये की ठगी की गई।ऐसा ही घटना राजस्थान के जयपुर निवासी जस्टिन जॉसेफ के साथ हुई, जिनसे 33 हजार रुपये की ठगी की गई। इसी तरह विभिन्न राज्यों के कई लोगों के साथ भी ठगी की गई है।
पुलिस ने किया गिरोह का पर्दाफाश
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एसटीएफ के निर्देशन में अभियोग का सफल निस्तारण हेतु पुलिस टीम गठित की गई जिस पर पुलिस टीम द्वारा समय-समय पर अपर पुलिस अधीक्षक एसटीएफ से सफल अनावरण हेतु प्राप्त दिशानिर्देशों का पालन करते हुए पुलिस टीम द्वारा अथक मेहनत एवं प्रयासों से साक्ष्य एकत्रित करते हुये इस गिरोह का पर्दाफाश किया गया है व विवेचना के दौरान हैली सेवा के नाम पर देश भर में धोखाधड़ी करने वाले गिरोह के दो सदस्यों को गैर राज्य बिहार के जिला शेखपुरा से गिरफ्तार किया गया है, जिनके द्वारा विभिन्न फर्जी वेबसाईट्स बनाकर, मोबाईल नम्बरों, मोबाईल हैण्डसैटों व बैंक खातों का प्रयोग कर स्वयं को हिमालयन हैली सर्विस का कर्मचारी दर्शाकर पीड़ितों के व्हट्सएप पर सम्पर्क स्थापित कर हिमालयन हेली सर्विस के कर्मचारी बनकर फर्जी आई0डी0 भेजकर उत्तराखण्ड राज्य के पीड़ित प्रकाश चन्द्र पुरोहित के साथ 61,500 रुपए की ठगी, राजस्थान के जयपुर निवासी पीड़ित जस्टिन जॉसेफ के साथ 33,000 रुपए की ठगी, तमिल नाडू निवासी डे०के०एस० मूर्ती के साथ 48,947 रुपए की ठगी, गुजरात निवासी अशोक कुमार के साथ 30,000 रुपए की ठगी के अलावा देश के विभिन्न राज्यों जिनमें राजस्थान, तेलंगाना, तमिलनाडू, उत्तर प्रदेश, उत्तराखण्ड आदि के पीड़ित शामिल हैं के साथ हेलीकॉप्टर सेवा के नाम पर लाखों की ठगी की गई है। गिरोह के अन्य सदस्यों एवं सरगना की तलाश जारी है।
हेली सेवा के नाम पर अपराध करने के लिए अलग-अलग मोबाईल फोन, सिमकार्डो व बैंक खातों का किया गया इस्तेमाल
अभियुक्तों द्वारा पूरे भारत में हेली सेवा के नाम पर अपराध करने के लिए अलग-अलग मोबाईल फोन, सिमकार्डो व बैंक खातों का इस्तेमाल किया गया। अभियुक्तगण से बरामद उपकरणों का प्रयोग कर पूरे भारत में कई पीड़ितों से हैली सेवा टिकट बुकिंग के नाम पर पैसा लेकर धोखाधड़ी की गई है। अभियुक्तगणों ने प्रतिरूपण, फिशिंग, फर्जी हैली सेवा कम्पनियों के अधिकारी बनकर और पहचान की चोरी के जरिए पूरे भारत में लोगों को ठगा है। अभियुक्तगण द्वारा अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर फर्जी आईडी पर मोबाइल हैण्डसेट व सिमकार्ड प्राप्त कर हेलीकॉप्टर सेवा कम्पनियों की फर्जी आई0डी0 बनाकर हैली सेवा कम्पनियों नाम से वेबसाईट्स बनावा कर हैली सेवा टिकट की ऑनलाईन बुकिंग हेतु अपने मोबाइल नम्बर को व्हट्सएप्प एपीआई के जरिये उस वेबसाईट से कनेक्ट कर देते है। पीड़ितों द्वारा हैली सेवा टिकट की ऑनलाईन बुकिंग हेतु उक्त वेबसाईट पर विजिट करने पर व क्लिक करने पर अभियुक्तगण के व्हट्सएप्प से सम्पर्क हो जाता है, जिस पर अभियुक्तगण द्वारा पीड़ितों को हैली सेवा कम्पनियों की फर्जी आई0डी0 भेजकर टिकट बुकिंग हेतु विश्वास दिलाकर अभियुक्तगण द्वारा प्रयोग किये जा रहें फर्जी बैंक खातों में पैसा डलवा कर धोखाधड़ी की जाती है। अभियुक्तगण द्वारा विभिन्न मोबाईल हैण्डसेट, सिम कार्ड व फर्जी बैंक खातों का प्रयोग किया जाता है। कुछ पिडितों से एक मोबाईल फोन, सिम कार्ड व बैंक खाते का प्रयोग कर धोखाधड़ी करने के बाद इनके द्वारा नये सिम, मोबाईल हैण्डसैट व बैंक खातों का प्रयोग किया जाता है।
फर्जी वेबसाइट बंद
विवेचना के दौरान प्रकाश में आयीं 35 ऑनलाईन हेली सेवा टिकट बुकिंग करने हेतु साईबर ठगों द्वारा प्रयोग की जा रहीं फर्जी वेबसाईट्स को बंद करवाया गया।
एसटीएफ के मुताबिक सन्नी राज पुत्र उमेश दास निवासी ग्राम मोहब्बतपुर, पोस्ट पन्हेसा, थाना शेखोपुर सराय, जनपद शेखपुरा, बिहार, बॉबी रविदास पुत्र उमेश दास निवासी ग्राम मोहब्बतपुर, पोस्ट पन्हेसा, थाना शेखोपुर सराय, जनपद शेखपुरा, बिहार के नाम सामने आए। अभियुक्तों के पास से INFINIX कम्पनी का एक एन्ड्रोईड मोबाईल फोन, SAMSUNG SM कम्पनी का की-पैड मोबाईल फोन, SAMSUNG GT- 1200 Y कम्पनी का की-पैड मोबाईल फोन, SAMSUNG GT 1215 कम्पनी का की-पैड मोबाईल फोन, SPICE 301 कम्पनी का की-पैड मोबाईल फोन KECHAODA कम्पनी का की-पैड मोबाईल फोन, SIM CARDS विभिन्न कम्पनियों के सिम कार्ड्स बरामद हुए।