अरे तुम कौन हो रही प्यारी वन वन डोल रही हो ‌

महानगर रामलीला तृतीय दिवस का शुभारंभ मां काली की आरती से

‌ सेक्टर सी महानगर स्थित रामलीला मैदान में श्री रामलीला समिति महानगर द्वारा आयोजित रामलीला महोत्सव में आज तृतीय दिवस का शुभारंभ मां काली की आरती से हुआ। पिता की आज्ञा से रामचंद्र जी सीता जी और लक्ष्मण जी के साथ निषाद राज केवट की नाव से गंगा पर उतरकर वन को प्रस्थान कर गए रास्ते में दो राजकुमार जैसे वनवासियों के साथ सीता जी को देखकर वनवासी स्त्रियों ने पूछा कि आप कौन हैं और इस तरह वन में घूमने का क्या कारण है कब सीता जी ने बताया कि यह अयोध्या के राजा दशरथ के पुत्र राम और लक्ष्मण है और मैं राम जी की पत्नी सीता हूं जो पिता के आदेश पर 14 वर्षों के लिए वन में है। उधर जब तक भारत और शत्रुघ्न अपनी अपनी ननिहाल से लौटते हैं और राम लक्ष्मण सीता को न पाकर परेशान होते हैं तब अपनी माता के कैसे पूछती है कि अयोध्या में सन्नाटा क्यों है तो वह बताती है कि मैं तुम्हें राजगद्दी में बैठने के लिए तुम्हारे पिता से दो बार मांगे एक तुम्हें राजगद्दी और दूसरा राम को 14 वर्ष का वनवास। यह सुनकर भारत जी को आत्मज्ञानी होती है और अपनी मां के कैसे कहते हैं कि आपने यह बहुत अनर्थ कर दिया मैं वन में जाकर राम लक्ष्मण और सीता जी को वापस लाऊंगा। और यह कह कर बोल राम लक्ष्मण और सीता को लेने गुरु वशिष्ठ और शत्रुघ्न सहित वन में जाते हैं। लेकिन राम जी पिता के आदेश का पालन करने की बात कहते हैं तब भारत की उनकी खड़ाऊ लेकर वापस आते हैं और कहते हैं जब तक आप अयोध्या नहीं लौटेंगे राजगद्दी में यह खड़ाऊ रहेगी और मैं आपकी सेवक के रूप में वहां पर कार्य करूंगा।

आज़ की लीला में भरत कैकेई संवाद, राम और भरत का चित्रकूट में मिलाप, सूर्पनखा नासिक छेदन खर दूषण वध रावण सूर्पनखा का संवाद, रावण मेरी संवाद और सीता हरण के दृश्य दिखाए गए। राम के अभिनय में यशी लोहिमी, सीता के अभिनय में अनुराधा मिश्रा, लक्ष्मण के अभिनय में फाल्गुनी लोहिमी, केके के अभिनय में आशा रावत, भारत के अभिनय में प्रतिष्ठा शर्मा शत्रुघ्न के अभिनय में प्रसिद्ध जोशी, शूर्पणखा के अभिनय में हारशिला पांडे, रावण के अभिनय में भास्कर जोशी जोगी रावण के अभिनय में गिरीश जोशी खरदूषण के अभिनय में राजेश त्रिपाठी एवं अनिल गोटिया थे।

रामलीला मंचन में निर्देशक महेंद्र पंत के साथ सहयोगी के रूप में हरीश लोहुमी, हिमांशु मिश्रा,देवेंद्र मिश्रा मधु बाबा और अजय राठौर रहे ।साथ ही संगीत पक्ष को नीरज पंत, दिवाकर राव, अनिल गोडिया ,किशोर श्रीवास्तव और ललित भट्ट ने निखारा इस अवसर पर समिति के अध्यक्ष ललित मोहन जोशी उपाध्यक्ष विनोद पंत, मुख्य संयोजक गिरीश जोशी, संयोजक दीपक पाण्डेय “दीनू”, महासचिव हेम पन्त कोषाध्यक्ष नीरद लोहानी और कार्यकारिणी सदस्य संजय पांडे, आनंद सिंह अनिल जोशी कन्हैया पांडे तारा जायसवाल तारा दत जोशी बृजेश मेहता बलवंत देवड़ी, नीरज लोहनी, भास्कर जोशी,नवीन पांडे,भारती पांडे, नंदा बल्ल्भ जोशी, भावना लोहानी, रसना उप्रेती और सुजाता शर्मा एवं संरक्षक बीपी पांडेआदि उपस्थित थे।

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