नेपाल हिंसा में अब तक 51 लोगों की मौत, नेपाल सीमा से लगे इलाकों में चौकसी बढ़ाने के निर्देश

नेपाल हिंसा में अब तक 51 लोगों की मौत, नेपाल सीमा से लगे इलाकों में चौकसी बढ़ाने के निर्देश

नेपाल में हिंसा में मरने वालों का आंकड़ा बढ़कर 51 पहुंच चुका है। वहीं उत्तराखंड के मुख्यमंत्री सीएम पुष्कर सिंह धामी ने अधिकारियों से नेपाल सीमा से लगे इलाकों में चौकसी बढ़ाने को कहा है।

उत्तराखण्ड की महिला की मौत

दो दिनों पूर्व नेपाल में भड़की हिंसा ने भीषण रूप धारण कर लिया है ।बताया जा रहा है कि हिंसा में मरने वालों का आंकड़ा बढ़कर 51 पहुंच चुका है। वहीं इस बीच भारतीय महिला की भी मौत हो गई। जानकारी के अनुसार, कारोबारी रामबीर सिंह गोला अपनी पत्नी 45 वर्षीय राजेश गोला के साथ छह सितंबर को नेपाल घूमने गए थे।वे नौ सितंबर की रात काठमांडू के एक होटल में ठहरे थे। तभी उपद्रवियों ने वहां आग लगा दी।इस बीच रामबीर तो किसी तरह बच निकले, लेकिन भगदड़ के बीच राजेश चौथी मंजिल से गिर गईं, जिस कारण उनकी मौके पर मौत हो गई। रामबीर मूल रूप से मेरठ रोड गाजियाबाद के हैं और वर्तमान में दून के ट्रांसपोर्टनगर में रहते हैं। उनकी ट्रांसपोर्ट फर्म ‘अशोक रोडलाइंस’ देहरादून और गाजियाबाद दोनों जगह चलती है। रामबीर मूल रूप से मेरठ रोड गाजियाबाद के हैं और वर्तमान में दून के ट्रांसपोर्टनगर में रहते हैं। उनकी ट्रांसपोर्ट फर्म ‘अशोक रोडलाइंस’ देहरादून और गाजियाबाद दोनों जगह चलती है।

मिला तो केवल आश्वासन

इस घटना के बाद रामबीर मदद के लिए भटकते रहे और देहरादून में अपने परिचितों को भी फोन पर जानकारी दी। परिजनों ने नेपाल स्थित भारतीय दूतावास से मदद मांगी, लेकिन सिर्फ आश्वासन ही मिला। सूत्रों के अनुसार आज रात तक वे पत्नी का शव लेकर देहरादून लौट सकते हैं। रामबीर 1980 से दून में ट्रांसपोर्ट व्यवसाय से जुड़े हैं। मृतका का शव लाने के लिए कारोबारी काठमांडू की सड़कों में भटक रहा है, मदद नहीं मिलने के चलते वह अत्यधिक परेशान हालत में बताया जा रहा है।

लोगों की मदद के लिए स्पेशल सेल का गठन 

इस बीच नेपाल में सेना की ओर से राष्ट्रव्यापी प्रतिबंधात्मक आदेश जारी कर दिए गए हैं। कर्फ्यू के बीच भारत के कई राज्यों ने नेपाल में फंसे अपने लोगों की मदद के लिए स्पेशल सेल का गठन किया है। नेपाल से लगती सीमाओं पर निगरानी बढ़ा दी गई है। वहीं उत्तराखंड के मुख्यमंत्री सीएम पुष्कर सिंह धामी ने अधिकारियों से नेपाल सीमा से लगे इलाकों में चौकसी बढ़ाने को कहा है।

अप्रिय घटना को रोकने के लिए विशेष निगरानी

नेपाल में Gen-Z के प्रदर्शनों के बाद राष्ट्रपति कार्यालय शीतल निवास की सुरक्षा को बढ़ा दिया गया है। राष्ट्रपति कार्यालय के सामने नेपाली सेना की मौजूदगी में वृद्धि की गई है और संभावित खतरे को ध्यान में रखते हुए निगरानी तेज कर दी गई है। मुख्य द्वार और आसपास के क्षेत्रों में गश्त और जांच-परख को और सख्त कर दिया गया है।फिलहाल शीतल निवास परिसर के चारों ओर बड़ी संख्या में सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए हैं, ताकि किसी भी अप्रिय घटना को रोका जा सके।

प्रमुख स्टेशनों पर बरती जा रही विशेष चौकसी 

 भारत-नेपाल सीमा से लगे समस्तीपुर रेल मंडल के जयनगर से कुर्था के बीच चलने वाली ट्रेनों का परिचालन बंद कर दिया गया है। वहीं भारत-नेपाल सीमा से लगे मंडल के रक्सौल समेत प्रमुख स्टेशनों पर विशेष चौकसी बरती जा रही है।इन संवेदनशील स्टेशनों पर रेलवे सुरक्षा बल, रेल पुलिस और स्थानीय पुलिस की ओर से विशेष जांच अभियान चलाया जा रहा है।

कौन बनेगा प्रधानमंत्री?

केपी शर्मा ओली के प्रधानमंत्री पद से इस्तीफे को 48 घंटे हो गए हैं, लेकिन अभी तक अंतरिम प्रधानमंत्री तय नहीं हो सका है। इसपर बातचीत आज सुबह 9 बजे फिर से शुरू हो गई है।

नेपाल में अंतरिम सरकार का मुखिया कौन होगा, इसको लेकर तस्वीर अब तक साफ नहीं हो सकी है। एक ओर Gen-Z का कहना है कि  सुशीला कार्की को अंतरिम प्रधानमंत्री बनाया जाए, लेकिन राष्ट्रपति रामचंद्र पौडेल इसके लिए तैयार नहीं है। राष्ट्रपति को प्रतिनिधि सभा के अध्यक्ष देवराज घिमिरे और राष्ट्रीय सभा के अध्यक्ष नारायण दहल का समर्थन मिला है।उन्होंने संयुक्त रूप से कहा है कि राष्ट्रपति देश की वर्तमान कठिन परिस्थिति में लोगों में निहित संप्रभुता, नागरिक स्वतंत्रता, भौगोलिक अखंडता, राष्ट्रीय एकता और स्वतंत्रता को बरकरार रखते हुए संवैधानिक प्रक्रिया के माध्यम से समाधान खोजने की पहल कर रहे हैं. वह कानून के शासन और संविधानवाद से विचलित नहीं होंगे।

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