भारत छोड़ो आन्दोलन की 82वीं वर्षगांठ के अवसर पर अल्मोड़ा की ऐतिहासिक जेल में कल नौ अगस्त को आजादी के वीर सपूतों को याद कर अगस्त क्रांति मनाया गया।
जिला कारागार को आम लोगों के लिए खोला गया
इस मौके पर साल भर के बाद जिला कारागार को आम लोगों के लिए खोला गया। इस दौरान आजादी के वीर सपूतो को श्रद्धासुमन अर्पित कर उनके बलिदान को याद किया। जेल प्रशासन द्वारा आयोजित समारोह में स्कूली छात्रों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए। साथ ही जिला प्रशासन ने कारागार के नेहरू वार्ड परिसर में स्वतंत्रता संग्राम सेनानी पर प्रदर्शनी भी लगाई।
1872 में अल्मोड़ा में बनाई गईं ऐतिहासिक जेल आजादी के आन्दोलन की गवाह
गौरतलब है कि 1872 में अल्मोड़ा में बनाई गईं ऐतिहासिक जेल आजादी के आन्दोलन की गवाह रही है। जिला जेल में देश के प्रथम प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू, गोविन्द बल्लभ पंत,, बद्रीदत्त पाण्डे, खान अब्दुल गफ्फार खान, समेत कई आजादी के वीर सपूत बंदी रहे।