आजादी का अमृत महोत्सव’ के तहत आयोजित क्रांतितीर्थ संगोष्ठी का आयोजन यहाँ सुनीता सन सिटी होटल के सभागार में किया गया, कार्यक्रम का प्रारंभ संयोजक प्रो. एनडी काण्डपाल द्वारा अतिथियों को पुष्पगुच्छ देकर स्वागत के साथ हुआ, सभी अतिथियों ने इस अवसर पर भारत माता के चित्र पर दीप प्रज्जवलन कर पुष्पार्चन किया।
स्वतंत्रता संग्रामियों ने विषम परिस्थितियों में भी अपना सर्वस्व न्यौछावर कर भारत की आजादी के लिए सर्वोच्च भूमिका का निर्वहन किया
इस अवसर पर मुख्य अतिथि वरिष्ठ पत्रकार अमिताभ ठाकुर ने कहा कि भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में स्वतंत्रता सेनानियों ने अलग-अलग धाराओं के साथ जुड़कर आन्दोलन को क्रमबद्ध तरीके से आगे बढाया। उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता संग्रामियों ने विषम परिस्थितियों में भी अपना सर्वस्व न्यौछावर कर भारत की आजादी के लिए सर्वोच्च भूमिका का निर्वहन किया, संगोष्ठी के विशेष अतिथि अल्मोड़ा – पिथौरागढ क्षेत्र के सांसद अजय टम्टा ने स्थानीय स्वतंत्रता आन्दोलन पर प्रकाश डालते हुए अल्मोड़ा एवं उत्तराखण्ड के स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों का स्वतंत्रता आन्दोलन में योगदान को उद्घाटित किया।
सभी श्रोता गीत को सुनकर भाव विभोर हो गये
इस अवसर पर अल्मोड़ा जनपद एवं अल्मोड़ा नगर के अनेकानेक स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के उत्तराधिकारियों को शॉल ओढाकर तथा प्रतीक चिह्न देकर सम्मानित किया गया, पूर्व विधायक कैलाश शर्मा, रघुनाथ सिंह चौहान, जिला सहकारी बैंक के अध्यक्ष ललित लटवाल आदि ने अतिथियों का गर्मजोशी से स्वागत किया तथा उन्हें प्रतीक चिह्नन के रूप में प्रख्यात स्वतंत्रता सेनानी बद्रीदत्त पाण्डे जी के द्वारा लिखी गयी पुस्तक ‘कुमाऊँ का इतिहास प्रदान किए गये । संचालन करते हुए कुर्मांचल अखबार’ के संपादक डॉ. चन्द्र प्रकाश फुलोरिया ने कहा कि विषम भौगोलिक परिस्थितियों में भी पर्वतीय, क्षेत्र के स्वतंत्रता सेनानियों ने आजादी के आंदोलन में बढ-चढकर भागीदारी की। उन्होंने संचालन के बीच में ही गौरी दत्त पाण्डे ‘गौर्दा’ द्वारा लिखा गया वन्देमातरम गीत सभी को सुनाया तो सभी श्रोता इस गीत को सुनकर भाव विभोर हो गये।
इस अवसर पर उपस्थित रहे
संगोष्ठी के अध्यक्ष सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो जे एस. बिष्ट ने अध्यक्षीय उद्बोधन में सभी श्रोताओं तथा अतिथियों एवं आयोजक मण्डल के प्रति आभार व्यक्त किया। संगोष्ठी में प्रो० प्रवीण सिंह बिष्ट, प्रो० शेखर जोशी, इन्द्र मोहन, जगदीश जी, विनोद प्रजापति, राजेंद्र जोशी, गिरजा किशोर पाठक, मोहन रावल, हेमन्त जोशी, योगेश नयाल, रमेश बहुगुणा, गोविन्द पिल्खवाल, शिवम – पाडे, आशुतोष, विरेन्द्र, दिवाकर, गोविन्द,लक्ष्मण सिंह भोज, बद्री विशाल अग्रवाल, संजय गुप्ता, सुरेश काण्डपाल, विद्या भारती के संभाग निरीक्षक आलम सिंह उनियाल आदि ‘सहित नगर के प्रबुद्धजन उपस्थित थे।
संगोष्ठी में स्वतंत्रता सेनानियों के सम्मान प्राप्त स्वतंत्रता सेनानी उत्तराधिकारी
संगोष्ठी में स्वतंत्रता सेनानियों के सम्मान प्राप्त स्वतंत्रता सेनानी उत्तराधिकारी स्व.भैरव लाल वर्मा, कैलाश वर्मा, स्व० गोवर्धन शर्मा,विनोद शर्मा,स्व. गोविन्द,बल्लभ पाण्डे, बद्री दत्त पांडे,स्व० उदय लाल साह, तारा चंद्र साह,स्व०तारा दत्त जोशी, किशन जोशी, स्व०देवी दत्त तिवारी, राधा तिवारी,स्व० ख्याली राम पाण्डे, भरत पांडे,स्व० जगतीशरण पाण्डे, पुष्कर प्रसाद पांडे,स्व० रेवाधर पाण्डे, कमलेश पांडे,स्व०नर सिंह बोरा, शिव शंकर बोरा,स्व० भैरव लाल वर्मा, गोविन्द लाल वर्मा, स्व० मोहन सिंह नेगी, भगवती नेगी