अल्मोड़ा: विश्वाविद्यालय में मनाई गयी सुभाष चंद्र बोस की जयंती
आजादी दिलाने में नरम एवं गरम दल का योगदान रहा है। जिसे क़भी भुलाया नहीं जा सकता- पूर्व कुलपति प्रो. बिष्ट
मंगलवार को अल्मोड़ा के सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय में कर्मचारी कल्याण समिति द्वारा सुभाष चन्द्र बोस की जयंती मनाई गई। इस अवसर पर अतिथियों ने उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण कर गोष्ठी की शुरुआत हुई।
जयंती अवसर पर पूर्व कुलपति एवं संकायाध्यक्ष कला संकाय प्रो जगत सिंह बिष्ट,प्रो प्रवीण सिंह बिष्ट (परिसर निदेशक),मुख्य अतिथि रूप में क्षेत्रीय विधायक मनोज तिवारी, विशिष्ट अतिथि रूप में भूपेंद्र भोज,अधिष्ठाता छात्र कल्याण प्रो शेखर चंद्र जोशी,कर्मचारी कल्याण समिति के पूर्व अध्यक्ष गिरीश मल्होत्रा, विश्वविद्यालय शिक्षणेत्तर कर्मचारी संघ देवेंद्र धामी, कर्मचारी कल्याण समिति के अध्यक्ष कैलाश छिमवाल, उपाध्यक्ष कुलदीप उपाध्याय, जीवन मठपाल, प्रकाश भट्ट, हेम पांडे,जयंती अवसर पर कर्मचारी कल्याण समिति के सचिव, जयवीर सिंह नेगी आदि ने प्रतिमा पर माल्यार्पण किया।
इसके उपरांत आयोजित हुई गोष्ठी में अतिथियों का शॉल ओढ़ाकर स्वागत किया।
कर्मचारी कल्याण समिति के अध्यक्ष कैलाश छिमवाल ने संचालन करते हुए कार्यक्रम की रूपरेखा प्रस्तुत की और समिति के कार्यक्रमों की जानकारी दी।
विशिष्ट अतिथि रूप में गिरीश मल्होत्रा ने कहा कि सुभाष चन्द्र बोस जी एक स्वतन्त्रता संग्राम सेनानी रहे हैं। उनके आदर्शों को अपनाने की आवश्यकता है। उन्होंने स्वाधीनता संग्राम में नरम एवं गरम दल के योगदान को लेकर अपनी बात रखी।
परिसर की अधिष्ठाता छात्र कल्याण प्रो शेखर जोशी ने सुभाष जयंती की सभी को शुभकामनाएं दीं।
जयंती अवसर पर संकायाध्यक्ष कला एवं पूर्व कुलपति प्रो जगत सिंह बिष्ट ने कर्मचारी कल्याण समिति द्वारा आयोजित सुभाष चन्द्र बोस जयंती की शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि देश की आजादी इतनी आसानी से नहीं मिली है। आजादी दिलाने में नरम एवं गरम दल का योगदान रहा है। जिसे क़भी भुलाया नहीं जा सकता।
आई सी एस की परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद भी उन्होंने संघर्ष का मार्ग आत्मसात किया।आज उनके व्यक्तित्व से सीखने की जरूरत है। वे आजाद हिंद फौज के माध्यम से ब्रिटिश ताकतों से लड़े। आज ऐसे महापुरुष की हम जयंती मना रहे हैं। उनका जीवन प्रेरणाओं से भरा हुआ है। उन्होंने नेताजी बोस की जयंती अवसर पर आयोजकों एवं सभी अतिथियों को बधाइयाँ दी।
सुभाष चंद्र बोस स्मृति स्थल के सौंदर्यीकरण के लिए विधायकनिधि से मिलेगा सहयोग
विशिष्ट अतिथि रूप में पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष भूपेंद्र भोज ने युवाओं का आह्वान करते हुए कहा कि नेताजी का जीवन प्रेरणाओं से भरा हुआ है। सभी युवा उनके जीवन से प्रेरणा लें। उन्होंने गरम दल के माध्यम से परिवर्तन लाने के लिए बोस के जीवन आदर्शों को प्रस्तुत किया।
मुख्य अतिथि रूप में अपने उद्बोधन में विधायक मनोज तिवारी ने कहा कि सोबन सिंह जीना परिसर में नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती मनाया जाना बहुत सराहनीय कदम है। वे महान व्यक्ति रहे हैं। स्वतंत्रता संग्राम के समय अंग्रेजी हुकूमत के समय बोस ने अपना योगदान दिया। युवाओं को प्रेरणा लाने के लिए तुम मुझे खून दो और में तुम्हें आजादी दूँगा, जै हिन्द के नारे दिए। हमें नेताजी सुभाष चन्द्र बोस जी के जीवन से प्रेरणा लेने की आवश्यकता है। उन्होंने आयोजकों को बधाइयाँ दी। उन्होंने परिसर स्थित सुभाष चंद्र बोस स्मृति स्थल के सौंदर्यीकरण के लिए विधायकनिधि से सहयोग देने की बात कही।
अधिष्ठाता प्रशासन प्रो प्रवीण सिंह बिष्ट ने सुभाष चन्द्र बोस की जयंती को लेकर कहा कि सुभाष चन्द्र बोस ने एक क्रांतिकारी के रूप में भारतवासियों को एक किया। भारत की आजादी के लिए उनका योगदान स्मरणीय है। सभी अतिथियों, शिक्षकों और कर्मचारियों को देश के विकास में अपना योगदान देने के लिए प्रेरित किया।
भारी संख्या में लोग मौजूद रहें
जयंती अवसर पर डॉ संजीव आर्या, डॉ नंदन सिंह बिष्ट, डॉ ललित जोशी, छात्र महासंघ अध्यक्ष वरुण कपकोटी,कर्मचारी संघ के अध्यक्ष जीवन मठपाल ने बात रखी।
कर्मचारी कल्याण समिति के अध्यक्ष कैलाश छिमवाल ने संचालन किया।
जयंती अवसर पर कर्मचारी कल्याण समिति के सचिव, जयवीर सिंह नेगी, डॉ कुसुमलता आर्या, डॉ लता आर्या, डॉ लक्ष्मी वर्मा, डॉ आशा शैली, श्री बिपिन जोशी, त्रिलोक बिष्ट, भुवन टम्टा, प्रकाश सती, प्रकाश भट्ट, आनंद बिष्ट, हेम चंद्र पांडे, प्रकाश सती, डॉ शोभा उप्रेती,डॉ सुनीता कश्यप, गीता रावत, अनीता नयाल, जयवीर सिंह नेगी, जीवन चन्द्र मठपाल, राजेन्द्र राणा, नंदन जड़ौत, केवलानंद पाठक, जगमोहन जोशी, मनीष तिवारी,,अनीता नयाल, देबकी, राजेन्द्र बिष्ट, देवेंद्र पोखरिया, भुवन विद्यार्थी, हेमा डसीला,हेमा, ईश्वर बिष्ट, विनीत कांडपाल, हेमा, ईश्वर बिष्ट,आलोक वर्मा, गोविंद मेर, हेमलता अवस्थी, डॉ पीयूष पोखरिया, डॉ राकेश पंत, डॉ पूरन जोशी, डॉ राजेश राठौर, डॉ बी सी एस चौहान, डॉ तिलक राज जोशी,डॉ ललन कुमार, गणेश तिवारी, भीम सिंह, पुरन, आनंद बिष्ट, हरीश बिष्ट, कमलेश नेगी, गुलाब राम सहित शिक्षक, शिक्षणेत्तर कर्मी, छात्रसंघ के पदाधिकारी आदि शामिल हुए।