महिला कल्याण संस्था ने एक बैठक कर नारी शक्ति वंदन विधेयक को महिलाओं की जीत व नारी सशक्तिकरण के लिए एक मील का पत्थर बताया ।
अब महिलाओं को नीति निर्धारण में भी अपनी बात रखने का अधिकार होगा
जिसमें रीता दुर्गा पाल ने कहा इस बिल के लिए सभी महिलाएं बहुत समय से इंतजार कर रही थी अब महिलाओं को नीति निर्धारण में भी अपनी बात रखने का अधिकार होगा।
इसके साथ ही उपाध्यक्ष मीता उपाध्याय ने कहा इससे महिला सशक्तिकरण होगा ही साथ ही महिला आरक्षण विधेयक से महिलाओं को लोकसभा राज्यसभा में अपनी बात रखने का मौका मिलेगा इससे महिलाएं और सशक्त होंगी आज 27 साल बाद इस बिल को दोनों और सदनों से मंजूरी मिलना ऐतिहासिक है।
वह महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने के लिए एक कारगर कदम है लोकसभा एवं विधानसभाओं में महिलाओं की संख्या बढ़ने से महिलाएं अधिक प्रभावी ढंग से अपनी बात रख पाएंगी। महिला कल्याण संस्था का प्रयास होगा की महिला नेतृत्व को निखारने के लिए आवश्यक कार्यक्रम किए जाएं।
बैठक में उपस्थित रहे
बैठक में सचिन पुष्पा सती, गीता शाह,सुनैना मेहरा, राधिका जोशी, आशा कर्नाटक, दीपा सतीश जोशी, आशा पंत,चंद्रा अग्रवाल, ममता चौहान, मंजू रावत, सरला बिष्ट, अंजू अग्रवाल, अनीता रावत, अनुराधा अग्रवाल, रमा जोशी, मंजू अग्रवाल, अदिति अग्रवाल पांडे, रेखा चौहान, रीता जोशी, दीपा जोशी, मंजू जोशी, इंद्रा लोहानी, कल्पना जोशी, आदि उपस्थित थे।