शिक्षा संस्कृति और कलात्मकता का महोत्सव में दिखा अनुपम संगम, मेडिकल कॉलेज में द्वितीय वार्षिकोत्सव का हुआ आयोजन
अल्मोड़ा मेडिकल कॉलेज का द्वितीय वार्षिकोत्सव “नेबुला 2024” एक ऐसा अवसर बन गया जिसे कभी भुलाया नहीं जा सकेगा। यह सिर्फ एक कार्यक्रम नहीं था, यह तीन दिनों तक चलने वाला एक ऐसा महोत्सव था जिसमें शिक्षा, संस्कृति, और कलात्मकता का अनुपम संगम देखने को मिला।
पूरा माहौल ऊर्जा से भर गया
शास्त्रीय संगीत की सजीव ध्वनियों ने दिलों को छुआ, और लोकनृत्य की लय ने पूरे माहौल को ऊर्जा से भर दिया। हर प्रस्तुति ने यह साबित किया कि छात्रों में केवल चिकित्सा कौशल ही नहीं, बल्कि कला और संस्कृति की भी गहरी समझ है।प्रोफेसर ए.एस. राव की सेवानिवृत्ति पर उन्हें सम्मानित किया जाना कार्यक्रम का सबसे भावुक क्षण था। उनके प्रति छात्रों और सहकर्मियों के आदर ने यह दर्शाया कि ज्ञान और सेवा का सम्मान सच्चे दिल से किया जाना चाहिए। उनकी विदाई के साथ, सभी ने यह महसूस किया कि शिक्षक केवल पाठ नहीं पढ़ाते, वे जीवन को दिशा भी देते हैं।
बुधवार की शाम का बैंड प्रदर्शन आयोजन की रौनक को और बढ़ा गया। सुरों की वह सरिता जैसे पूरे वातावरण को संगीतमय कर गई। तालियों की गड़गड़ाहट में छिपा हर उत्साह उस पल को और खास बना गया।
अनूठे उत्सव की गूंज अल्मोड़ा में नहीं, हर दिल में गूंजेगी
कार्यक्रम की सफलता का श्रेय प्राचार्य प्रो. चंद्र प्रकाश भैंसोड़ा और समस्त फैकल्टी को जाता है, जिन्होंने इस महोत्सव को न केवल सफल बनाने में अपनी मेहनत लगाई, बल्कि यह सुनिश्चित किया कि हर छात्र का अनुभव विशेष हो। उनकी कड़ी निगरानी और अनुशासन ने यह सुनिश्चित किया कि तीन दिन का यह आयोजन बिना किसी विघ्न के समाप्त हो।नेबुला 2024″ ने यह स्पष्ट कर दिया कि मेडिकल कॉलेज केवल शिक्षा का केंद्र नहीं है, बल्कि यह एक ऐसा स्थान है जहां छात्र अपनी समग्रता में विकसित होते हैं,बौद्धिक, सांस्कृतिक और सामाजिक रूप से। इस आयोजन ने न केवल छात्रों के मनोबल को ऊंचा किया, बल्कि भविष्य में और ऐसे आयोजनों के लिए एक प्रेरणा भी दी।
इस अनूठे उत्सव की गूंज केवल अल्मोड़ा में नहीं, बल्कि हर उस दिल में गूंजती रहेगी, जिसने इस ऐतिहासिक कार्यक्रम का हिस्सा बनकर इसका आनंद लिया।