अल्मोड़ा में पहले से पानी का संकट बना हुआ है। ऐसे में जल संस्थान की अनदेखी के चलते नगर की आधी आबादी को दूषित पानी पीना पड़ रहा है। नालों से गुजर रही लीकेज लाइन से दूषित पानी लोगों के घरों तक पहुंच रहा है।
दूषित पानी पीने को मजबूर लोग
अल्मोड़ा में अधिकतर हिस्सों में पेयजल लाइन नालियों से होकर गुजर रही हैं जो जगह-जगह क्षतिग्रस्त हैं। ऐसे में नालों का दूषित पानी लोगों के घरों तक पहुंच रहा है और वे इसका उपयोग करने के लिए मजबूर हैं। माल रोड पर वन विभाग और टैक्सी स्टैंड के पास पेयजल लाइन नालियों में डूबी मिलीं जो कई जगह लीकेज हैं। गोपालधारा, खोल्टा, थपलिया, जोशीखोला आदि स्थानों में बड़े नालों से गुजर रही पेयजल लाइन में गंदगी जमा है। जल संस्थान को नगर के 17 बड़े नालों से गुजर रही पेयजल लाइन को 1.67 करोड़ रुपये से व्यवस्थित करना है। इसके लिए जल संस्थान को धनराशि भी अवमुक्त हो गई है। अब तक इस पर काम शुरू नहीं हो सका है और लोगों को दूषित पानी पीना पड़ रहा है।
टेंडर के बाद काम संभव
जिस पर अरुण कुमार सोनी, अधिशासी अभियंता, जल संस्थान अल्मोड़ा ने कहा कि पेयजल लाइन को व्यवस्थित करने के लिए शासन से बजट मिल चुका है। टेंडर प्रक्रिया पूरी होने पर ही कार्य संभव है।