हल्दी वाला दूध का सेवन इन लोगों के लिए ठीक नहीं, जानिए
हल्दी अपने औषधीय गुणों के कारण सर्दियों में इम्यूनिटी बूस्ट करने के लिए उपयोगी मानी जाती है। हल्दी वाला दूध, जिसे ‘गोल्डन मिल्क’ भी कहा जाता है।
टरमरिक मिल्क पीने से दर्द से मिले आराम (Haldi Doodh for Pain Rilefe)हल्दी वाले दूध का सेवन ना सिर्फ घाव भरने के लिए बल्कि अंदरूनी दर्द से भी छुटकारा दिलाता है। यही नहीं इसको पीने से सूजन, जोड़ों में दर्द से राहत मिलती है। इसका मुख्य कारण इसमें मौजूद करक्यूमिन नामक तत्व का अच्छी मात्रा में होता है। इसमें कैल्शियम और विटामिन डी होता है, जो हड्डियों को मजबूत बनाने में मददगार है. हल्दी वाले दूध के सेवन से हड्डियों को मजबूत बनाया जा सकता है।
हल्दी वाला दूध स्वास्थ्य के लिए कई लाभ प्रदान करता है। हालांकि, कुछ विशेष स्वास्थ्य स्थितियों में इसका सेवन हानिकारक हो सकता है। आइए जानें कि किन लोगों को हल्दी वाला दूध पीने से पहले सावधानी बरतनी चाहिए और डॉक्टर से परामर्श लेना चाहिए।
1. प्रेग्नेंसी में हल्दी वाला दूध न पिएं
हल्दी की तासीर गर्म होती है, जिससे गर्भवती महिलाओं को इसका सेवन करने से बचना चाहिए। गर्भावस्था के दौरान हल्दी वाला दूध पीने से पेट में दर्द और जी मिचलाने जैसी समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। साथ ही, जरूरत से ज्यादा हल्दी का सेवन त्वचा पर रैश और जलन का कारण भी बन सकता है।
2. पाचन तंत्र पर प्रभाव
ज्यादा मात्रा में हल्दी वाला दूध पीने से पाचन तंत्र पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। अधिक हल्दी का सेवन करने से उल्टी, दस्त और पेट की अन्य समस्याएं हो सकती हैं। गट हेल्थ को बनाए रखने के लिए हल्दी वाले दूध का सेवन सीमित मात्रा में ही करें।
3. लिवर संबंधी समस्याओं में विशेष सावधानी
यदि आपको लिवर से जुड़ी कोई समस्या है, तो हल्दी वाला दूध आपके लिए हानिकारक हो सकता है। अत्यधिक मात्रा में हल्दी का सेवन लिवर पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है और शरीर में आयरन के स्तर को कम कर सकता है। इसलिए, लिवर की बीमारी से पीड़ित लोगों को हल्दी वाले दूध से परहेज करना चाहिए।
हल्दी वाला दूध भले ही औषधीय गुणों से भरपूर है, लेकिन इसे सीमित मात्रा में और सही स्वास्थ्य स्थिति में ही सेवन करें। यदि किसी प्रकार की स्वास्थ्य समस्या हो, तो डॉक्टर से परामर्श जरूर लें।