महिलाओं में आयरन की कमी बन चुकी है एक आम समस्या, जानिए उपचार

महिलाओं में आयरन की कमी बन चुकी है एक आम समस्या, जानिए उपचार

आज के दौर में बदलता प्राकृतिक परिवेश, जलवायु, दिनचर्या और हमारा खानपान कई तरह की बीमारियों और शारीरिक कमियों को न्यौता देता है। आज हम बात कर रहे है महिलाओं में होने वाली आयरन की कमी के बारे में, जो आजकल एक आम समस्या बनकर सामने आ रही है।

महिलाओं में आयरन की कमी के प्रमुख कारण

आयरन की कमी से थकान, एकाग्रता कम होना और एनीमिया जैसी समस्याएं हो सकती हैं। मासिक धर्म में रक्त की कमी के कारण प्रजनन आयु की महिलाओं में आयरन की कमी होने की संभावना अधिक होती है। हालाँकि, रक्त की अत्यधिक हानि जैसे कि नियमित रक्तदान, कम जैव उपलब्धता वाले आहार और गर्भावस्था की चुनौतियाँ आयरन की कमी के खतरे को स्पष्ट रूप से बढ़ा देती हैं।

आयरन की कमी होने से शरीर में आने वाले बदलाव

आयरन की कमी के सामान्य लक्षणों में थकान, पीलापन, सांस लेने में तकलीफ और सूखे या क्षतिग्रस्त बाल व त्वचा शामिल हैं। अगर आपको लगता है कि आपमें ये लक्षण आ रहे हैं तो आपको तुरंत अपने डॉक्टर से बात करनी चाहिए। संभव है कि वह आपको आहार में बदलाव या दवा की सलाह दे सकते हैं।

ये हैं एनीमिया के लक्षण

आयरन की कमी से होने वाले एनीमिया की वजह से शरीर में पीलापन, कमज़ोरी और थकान होती है। आमतौर पर लोगों को पता नहीं चलता कि वे पीले पड़ रहे हैं क्योंकि यह धीरे-धीरे होता है। एनीमिया की स्थिति गंभीर होने पर, इसके कारण सांस की तकलीफ, चक्कर आने और हृदय गति तेज़ होने जैसी समस्याएं हो सकती हैं। एकाग्रता और सीखने की क्षमता बिगड़ सकती है।

ऐसे करवाएं एनीमिया की जांच

आयरन की कमी वाले एनीमिया का निदान रक्त परीक्षण द्वारा किया जाता है जिसमें पूर्ण रक्त गणना (सीबीसी) शामिल होनी चाहिए । सीरम फ़ेरिटिन, आयरन, कुल आयरन-बाइंडिंग क्षमता और/या ट्रांसफ़रिन के स्तर का मूल्यांकन करने के लिए अतिरिक्त परीक्षण किए जा सकते हैं। यह महत्वपूर्ण है कि किसी भी तरह की जांच करवाने से पहले अपने डॉक्टर की सलाह अवश्य लें।

शरीर में आयरन की कमी को ऐसे पूरा करें

आयरन की कमी का इलाज आमतौर पर उसके कारण पर निर्भर करता है। उपचार में आयरन से भरपूर खाद्य पदार्थ खाना और आयरन की खुराक लेना शामिल हो सकता है। शरीर में आयरन के स्तर को बढ़ाने के लिए आयरन से भरपूर खाद्य पदार्थ जैसे मांसाहारी लोग लाल मांस, चिकन, पोल्ट्री और मछली का सेवन कर सकते हैं जबकि शाकाहारी लोग पत्तेदार सब्जियां, फलियां और फोर्टिफाइड अनाज का सेवन करें। इन खाद्य पदार्थों को खट्टे फल या बेल मिर्च जैसे विटामिन सी के स्रोतों के साथ मिलाने से आयरन का अवशोषण बढ़ सकता है।

शरीफा,आयरन से भरपूर एक ऐसा सुपरफूड है जिसमें विटामिन सी के साथ-साथ आयरन भी भरपूर मात्रा में पाया जाता है। इसके अलावा सेब, केला और अनार जैसे फल आयरन का एक प्रमुख स्रोत हैं और एनीमिया से पीड़ित व्यक्तियों को गुलाबी गाल पाने और स्वास्थ्य को गुलाबी बनाए रखने के लिए हर दिन इनका सेवन करना चाहिए। शहतूत और काले किशमिश भी आयरन से भरपूर होते हैं। दालों में काली,लाल और मसूर की दाल आयरन के लिए सबसे अच्छे विकल्पों में से कुछ हैं। ड्राइफ्रूट्स की बात करें तो आलूबुखारा, किशमिश और खुबानी जैसे सूखे फल आयरन के अच्छे स्रोत हैं।  आलूबुखारा पाचन में भी मदद करता है और हमारे शरीर में कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करता है। इसके  अलावा आयरन की कमी तो पूरा करने के लिए लीन प्रोटीन, सीफूड, बीन्स, दालें, टोफू, पालक, केला, ब्रोकली आदि को भी काफी लाभकारी माना जाता है।

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