फैटी लिवर को जड़ से खत्म करने के लिए जानें कुछ महत्वपूर्ण सुझाव

फैटी लिवर को जड़ से खत्म करने के लिए जानें कुछ महत्वपूर्ण सुझाव

लिवर में बहुत अधिक वसा एकत्रित होने के कारण फैटी लिवर की समस्या हो जाती है। ऐसे में जरूरी है कि उचित खान पान से और नियमित दिनचर्या में सुधार करने से हम इस समस्या को काफी हद तक ठीक कर सकते हैं ।

फैटी लिवर होने के कारण

अल्कोहलिक फैटी लिवर: अधिक अल्कोहल का सेवन करने से फैट लिवर विकसित हो सकता है।
  
2. गैर-अल्कोहलिक फैटी लिवर: यह व्यक्ति जो अल्कोहोल नहीं पीता, उनमें भी फैटी लिवर हो सकता है, जो मुख्यतः विशेष खानपान के कारण होता है जो शरीर को अधिक तेल, चीनी और अन्य अधिक कैलोरी वाले खाद्य पदार्थों से हो सकता है।

फैटी लिवर के लिए हेल्थी डाइट

1.पूरे अनाज़  जैसे कि ब्राउन चावल, धानिया, ओट्समील आदि। इनमें फाइबर होता है जो लिवर के लिए फायदेमंद होता है।

2. पूरे फल और सब्जियां, जैसे कि सेब, संतरा, अनार, गाजर, बैटरनूट स्क्वॉश, पालक, ब्रोकली आदि। ये विटामिन, मिनरल्स और एंटीऑक्सिडेंट्स प्रदान करते हैं और लिवर के लिए स्वस्थ होते हैं।

4. कम या निम्न वसा: चयन करें जैसे कि ऑलिव ऑयल, कोकोनट ऑयल, और घी की बजाय तेल के स्तर कम होना चाहिए।

5. अल्कोहल की सीमित सेवन:अल्कोहल लिवर के लिए हानिकारक हो सकता है, इसलिए इसे कम मात्रा में उपभोग करें या बिल्कुल न करें।

6. शक्ति से भरपूर ड्रिंक्स:शुगरी ड्रिंक्स और अन्य प्रकार की गर्म ड्रिंक्स से बचें। बेहतर है पानी, हर्बल टी या अन्य सुगंधित ड्रिंक्स का सेवन करें।

फैटी लिवर के लिए लाभकारी व्यायाम

1. प्रतिदिन 30 मिनट तेज चलना फैटी लिवर के लिए बहुत लाभकारी होता है।

2. नियमित दौड़ और जोगिंग ये व्यायाम कैलोरी जलाने में मदद करते हैं और फैटी लिवर को कम करते हैं।
3. नियमित साइकिलिंग फैटी लिवर को नियंत्रित करने में मदद करती है।
4. स्विमिंग एक पूरा शरीर का व्यायाम है जो फैटी लिवर को कम करने में सहायक होता है।
5. विशेष रूप से सूर्य नमस्कार और अन्य आसन जैसे भुजंगासन, धनुरासन, और वज्रासन फैटी लिवर के लिए लाभकारी होते हैं।
6. एरोबिक एक्सरसाइज, एरोबिक्स फैट को कम करने में और लीवर की कार्यक्षमता को सुधारने में मदद करती है।
7. वेट ट्रेनिंग, हफ्ते में 2-3 बार वेट ट्रेनिंग भी लाभकारी हो सकती है।

फैटी लिवर को कम करने के लिए  कुछ सामान्य सुझाव

1. अगर आप शराब पीते हैं तो इसे तुरंत बंद करना आवश्यक है।
2. संतुलित और पौष्टिक आहार लें जिसमें फलों, सब्जियों, साबुत अनाज, और प्रोटीन का समावेश हो।

3. यदि आपका वजन अधिक है तो धीरे-धीरे वजन कम करना महत्वपूर्ण है।

4. शारीरिक सक्रियता नियमित व्यायाम करें। रोजाना कम से कम 30 मिनट व्यायाम करने का लक्ष्य रखें।

5. अपने डॉक्टर से नियमित चेक-अप कराएं और उनकी सलाह का पालन करें।

यह समय सीमा व्यक्ति की हालत पर निर्भर करती है और डॉक्टर के परामर्श के अनुसार होनी चाहिए। कुछ मामलों में कुछ महीनों में सुधार देखा जा सकता है, जबकि अन्य मामलों में इसे लंबा समय लग सकता है। डॉक्टर आपकी प्रगति की निगरानी करेंगे और आपको सलाह देंगे कि आपको कब तक परहेज और उपचार जारी रखना चाहिए।

फैटी लिवर के बढ़ जाने पर होने वाले जोखिम

फैटी लिवर की समस्या अधिक गंभीर हो सकती है और जान को जोखिम में डाल सकती है। फैटी लिवर के बढ़ जाने पर निम्नलिखित जोखिम हो सकते हैं:

1. फैटी लिवर की वजह से लिवर में सूजन और स्कार टिशू बन सकते हैं, जिससे लिवर सिरोसिस हो सकता है। सिरोसिस एक गंभीर स्थिति है और इससे लिवर फेल हो सकता है।

2. लिवर फेल्योर की स्थिति में लिवर अपने कार्य को पूरी तरह से बंद कर देता है, जो जानलेवा हो सकता है।

3. फैटी लिवर की स्थिति बढ़ने से लिवर कैंसर का खतरा भी बढ़ सकता है।

4. हृदय रोग फैटी लिवर से हृदय रोग का खतरा भी बढ़ सकता है।

समय पर उचित इलाज और जीवनशैली में बदलाव से फैटी लिवर की समस्या को नियंत्रित किया जा सकता है। अगर फैटी लिवर की समस्या है, तो डॉक्टर की सलाह और इलाज आवश्यक है।व्यायाम के साथ-साथ सही आहार और जीवनशैली में बदलाव भी महत्वपूर्ण है। हमेशा किसी विशेषज्ञ या डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए। फैटी लिवर का इलाज और परहेज का समय व्यक्ति की स्थिति और लिवर की क्षति के स्तर पर निर्भर करता है। आमतौर पर, डाइट और लाइफस्टाइल में बदलाव करके फैटी लिवर को नियंत्रित किया जा सकता है।

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