उत्तराखंड का लोक पर्व हरेला 7 जुलाई को बोया जायेगा और 17 जुलाई को हरेला पर्व मनाया जायेगा । पर्वतीय लोक सांस्कृति की आधारभूत परम्पराओं व संस्कारों के संवर्धन तथा संरक्षण हेतु कृत संकल्प पर्वतीय समाज की शीर्ष संस्था पर्वतीय महापरिषद लखनऊ विगत वर्ष की भांति पर्वतीय लोक संस्कृति के सबसे आत्मीय त्यौहार हरेला के अवसर पर “शिव पार्वती सम्मान” प्रतियोगिता का आयोजन कर रही है।
17 जुलाई को आयोजित की जाएगी प्रतियोगिता
प्रतियोगिता दिनांक 17 जुलाई 2023 दिन सोमवार को समय 3:00 बजे से महापरिषद भवन में आयोजित की जाएगी। श्रेष्ठ हरेला के 03 प्रतिभागियों को “शिव पार्वती सम्मान” का प्रथम,द्वितीय व तृतीय और एक सांत्वना पुरस्कार प्रदान किया जाएगा।
परिषद द्वारा किया गया अनुरोध
पर्वतीय समाज की समस्त माताओं बहनों व संस्कृति प्रेमी जनों से अनुरोध है कि वे अधिक से अधिक संख्या में इस कार्यक्रम में भाग लेकर अपनी परंपराओं व संस्कारों को संजोने व अपना आत्मीय सहयोग प्रदान करने हेतु अवश्य पधारे।
कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए सभी लोगो का सहयोग अपेक्षित
बता दें कि हरेला 7 जुलाई को बोया जायेगा और 17 जुलाई को हरेला पर्व मनाया जायेगा । हरेला पूजन के बाद सांस्कृतिक कार्यक्रम भी होगे कार्यक्रम प्रस्तुत करने के लिए ग्रुप के माध्यम से भी आवेदन कर सकते हैं। हरियाली तीज से सम्बन्धित गाने भी हो सकते हैं। कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए आप सभी लोगो का सहयोग अपेक्षित है।
महिला प्रकोष्ठ ने ली कार्यक्रम की जिम्मेदारी
उक्त कार्यक्रम हेतु एक मीटिंग का आयोजन किया गया जिसमें महापारिषद के महा सचिव महेन्द्र सिंह रावत, सांस्कृतिक सचिव गोबिंद बोरा, सचिव रमेश चंद्र उपाध्याय ने भाग लिया । महेन्द्र पंत ने बताया कि इस आयोजन की जिम्मेदारी महापरिषद के महिला प्रकोष्ठ ने ली है केन्द्रीय कार्य कारिणी में में उपाध्यक्ष महिला प्रकोष्ठ की प्रभारी सुमन रावत, गंगा भट्ट अध्यक्ष, महिला प्रकोष्ठ सुमन मनराल, महासचिव मंजू पलड़िया शर्मा, सरोज खुलबे, माया भट्ट ने उक्त अयोजन की जिम्मेदारी ली है।